NCERT Solutions for Class 6th: पाठ 10- झांसी की रानी हिंदी वसंत भाग-Iसुभद्रा कुमारी चौहानप्रश्न अभ्यास Show पृष्ठ संख्या: 77 कविता से 1. 'किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई' (ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गई है? उत्तर (क) इस पंक्ति में झाँसी के राजा और रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु की ओर संकेत है। (ख) पति गंगाधर राव की की मृत्यु से रानी लक्ष्मीबाई असमय विधवा हो गयीं। दूसरी तरफ राजा के निसंतान होने के कारण अंग्रेज़ों को झाँसी पर कब्ज़ा करने का अच्छा अवसर मिल गया। इसलिए काली घटा घिरने की बात की गयी है। उत्तर भारत धीरे-धीरे अंग्रेज़ों का गुलाम बनता जा रहा था। भारतीयों में साहस नहीं बचा था कि वह अपने मातृभूमि की रक्षा कर सकें। इसलिए कवयित्री ने भारत को 'बूढ़ा' कहा है। परन्तु रानी लक्ष्मीबाई ने भारतीयों में अदम्य साहस का संचार किया और अंग्रेज़ों के खिलाफ उन्हें खड़ा किया, जिसे कवयित्री ने 'नई जवानी' के आने की बात कही है। उत्तर झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मणिकर्णिका था परन्तु लोग प्यार से इन्हें मनु कहते थे। जब यह चार वर्ष की थीं तभी इनकी माता का देहांत हो गया। बचपन में ही इन्होनें शास्त्र के साथ शस्त्र तथा घुड़सवारी सीखा। इनका विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ। परन्तु जल्द ही राजा की आकस्मिक मृत्यु हो गयी। राजा की कोई संतान ना वजह से अंग्रेज़ों ने झाँसी को हड़पना चाहा परन्तु लक्ष्मीबाई ने इसके विरुद्ध आवाज़ उठाई और युद्धभूमि में वीरगति को प्राप्त हुईं। हम बचपन में क्रिकेट और वीडियो गेम खेलना पसंद करते थे। आइसक्रीम, चॉकलेट तथा अन्य चटपटी चीज़ें खाते थे। वहीँ लक्ष्मीबाई बचपन में तलवारों से खेलना तथा अस्त्रों-शस्त्रों की शिक्षा लेती थीं। 4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो। उत्तर इस कहानी में वीर शिवाजी, नाना धुंधूपंत, ताँतिया, चतुर अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह, सैनिक अभिराम आदि अनेक वीर पुरुषों के नाम आए हैं। बेगम हज़रत महल, रानी द्रोपदी बाई, रानी चेनम्मा आदि इतिहास की वीर स्त्रियाँ हैं। पृष्ठ संख्या: 119 1. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है? उत्तर कविता में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की बात है। उस समय भारत अंग्रेज़ों की गुलामी का दंश झेल रहा था। अंग्रेज़ विभिन्न कुचक्रों द्वारा भारत में अपना साम्राज्य फैलाते जा रहे थे। इस रोकने के लिए चंद वीर आगे आये और उन्हें रोकने का भरपूर प्रयास किया हालाँकि यह सफल नहीं हो पाया परन्तु इसने भारत में आजादी के जुनून को आगे बढ़ाया।
उत्तर युद्ध जैसे कार्य मर्दों के लिए माने जाते हैं परन्तु लक्ष्मीबाई ने इसे गलत साबित करते हुए युद्धभूमि में शस्त्र उठकर अंग्रेज़ों से जमकर लोहा लिया। उन्होंने मर्दों जैसी वीरता तथा गुणों को दिखाया इसलिए सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को 'मर्दानी' कहती हैं। NCERT Solutions for Class 6th Hindi Chapter 10 : झांसी की रानी पाठ 10 – झांसी की रानी – सुभद्रा कुमारी चौहान प्रश्न अभ्यास पृष्ठ संख्या: 77 कविता से 1. ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’ (क) इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है? (ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गई है? उत्तर (क) इस पंक्ति में झाँसी के राजा और रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु की ओर संकेत है। (ख) पति गंगाधर राव की की मृत्यु से रानी लक्ष्मीबाई असमय विधवा हो गयीं। दूसरी तरफ राजा के निसंतान होने के कारण अंग्रेज़ों को झाँसी पर कब्ज़ा करने का अच्छा अवसर मिल गया। इसलिए काली घटा घिरने की बात की गयी है। 2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढा’ कहकर और उसमें ‘नई जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं? उत्तर भारत धीरे-धीरे अंग्रेज़ों का गुलाम बनता जा रहा था। भारतीयों में साहस नहीं बचा था कि वह अपने मातृभूमि की रक्षा कर सकें। इसलिए कवयित्री ने भारत को ‘बूढ़ा’ कहा है। परन्तु रानी लक्ष्मीबाई ने भारतीयों में अदम्य साहस का संचार किया और अंग्रेज़ों के खिलाफ उन्हें खड़ा किया, जिसे कवयित्री ने ‘नई जवानी’ के आने की बात कही है। 3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था? उत्तर झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मणिकर्णिका था परन्तु लोग प्यार से इन्हें मनु कहते थे। जब यह चार वर्ष की थीं तभी इनकी माता का देहांत हो गया। बचपन में ही इन्होनें शास्त्र के साथ शस्त्र तथा घुड़सवारी सीखा। इनका विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ। परन्तु जल्द ही राजा की आकस्मिक मृत्यु हो गयी। राजा की कोई संतान ना वजह से अंग्रेज़ों ने झाँसी को हड़पना चाहा परन्तु लक्ष्मीबाई ने इसके विरुद्ध आवाज़ उठाई और युद्धभूमि में वीरगति को प्राप्त हुईं। हम बचपन में क्रिकेट और वीडियो गेम खेलना पसंद करते थे। आइसक्रीम, चॉकलेट तथा अन्य चटपटी चीज़ें खाते थे। वहीँ लक्ष्मीबाई बचपन में तलवारों से खेलना तथा अस्त्रों-शस्त्रों की शिक्षा लेती थीं। 4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो। उत्तर इस कहानी में वीर शिवाजी, नाना धुंधूपंत, ताँतिया, चतुर अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह, सैनिक अभिराम आदि अनेक वीर पुरुषों के नाम आए हैं। बेगम हज़रत महल, रानी द्रोपदी बाई, रानी चेनम्मा आदि इतिहास की वीर स्त्रियाँ हैं। पृष्ठ संख्या: 119 - अनुमान और कल्पना 1. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है? उत्तर कविता में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की बात है। उस समय भारत अंग्रेज़ों की गुलामी का दंश झेल रहा था। अंग्रेज़ विभिन्न कुचक्रों द्वारा भारत में अपना साम्राज्य फैलाते जा रहे थे। इस रोकने के लिए चंद वीर आगे आये और उन्हें रोकने का भरपूर प्रयास किया हालाँकि यह सफल नहीं हो पाया परन्तु इसने भारत में आजादी के जुनून को आगे बढ़ाया। 2. सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं? उत्तर युद्ध जैसे कार्य मर्दों के लिए माने जाते हैं परन्तु लक्ष्मीबाई ने इसे गलत साबित करते हुए युद्धभूमि में शस्त्र उठकर अंग्रेज़ों से जमकर लोहा लिया। उन्होंने मर्दों जैसी वीरता तथा गुणों को दिखाया इसलिए सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ कहती हैं। लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहती है?सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को 'मर्दानी' क्यों कहती हैं? उत्तर:- झाँसी की रानी एक महिला होते हुए भी उनमें पुरुषोचित गुण साहस, वीरता, युद्ध कला में निपुणता निडरता आदि गुण विद्यमान थे। उन्होंने युद्ध भूमि में अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिए थे उनकी वीरता का लोहा भारतवासियों के साथ अंग्रेजों ने भी माना था।
झांसी की रानी में सुभद्रा कुमारी चौहान ने लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहा?सुभद्राकुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहती हैं? Solution : रानी लक्ष्मीबाई ने वीर मर्दों अर्थात योद्धाओं की तरह अंग्रेजों के युद्ध किया, अत्यधिक वीरता दिखाकर झांसी की रक्षा करने का प्रयास किया। इसीलिए कवयित्री ने उसे मर्दानी कहा है।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी कविता किसकी है?1948 में मात्र 43 वर्ष की उम्र में एक कार दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी थी. पढ़ें उनकी वह कविता जिसे रचकर सुभद्रा कुमारी चौहान अमर हो गयीं. दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी। खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥
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