रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

रेलगाड़ी शब्द दो शब्द रेल और गाड़ी से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है रेल (अब हिन्दी में इसे रेल की पटरी या सिर्फ पटरी कहते हैं) पर चलने वाली गाड़ी। दूसरे शब्दों में एक रेलगाड़ी या ट्रेन वाहनों (डिब्बों) की एक जुड़ी हुई श्रृंखला है जो एक निश्चित स्थायी पथ पर चलकर माल और सवारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाती है। यह पथ आमतौर पर दो पटरियों से बना होता है, लेकिन यह एक पटरीय या मेग्लेव गाइडवे भी हो सकता है। ट्रेन के लिए प्रणोदन एक अलग लोकोमोटिव या स्वयं-प्रणोदित एकाधिक ईकाइयों की विशिष्ट मोटरों के द्वारा प्रदान किया जाता है। अधिकतर आधुनिक गाड़ियों डीजल इंजन या बिजली के इंजन जिन्हें रेलगाड़ी के ऊपर से जा रहे बिजली के तारों से बिजली मिलती है, द्वारा चलाई जाती हैं पर 19 वीं सदी के मध्य से 20 वीं शताब्दी तक यह भाप के इंजनों से चलती थीं। ऊर्जा के अन्य स्रोत जैसे घोड़े, रस्सी या तार, गुरुत्वाकर्षण, न्युमेटिक और गैस टर्बाइन के द्वारा भी रेलगाड़ी चलाना संभव हैं।

चित्रदीर्घा[संपादित करें]

  • रेलगाडी
  • रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

    विद्युतचालित रेलगाड़ी

  • GE U20C "Full-Width Cabin" in Indonesia, #CC203-22

  • रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

    GE U20C full computer control locomotive in Indonesia, #CC204-06

रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

अमेरिका में कोलम्बिया नदी के किनारे पटरी पर रेलगाड़ी खींचते हुए चार इंजन

रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?

पहाड़ों में रेल सुरंग और पुल

रेल (Rail) परिवहन का एक ज़रिया है जिसमें यात्रियों और माल को पटरियों पर चलने वाले वाहनों पर एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाया जाता है।[1] पारम्परिक रूप से रेल वाहनों के नीचे पहियें होते हैं जो इस्पात (स्टील) की बनी दो पटरियों पर संतुलित रूप से चलते हैं, लेकिन आधुनिक काल में चुम्बकीय प्रभाव से पटरी के ऊपर लटककर चलने वाली 'मैगलेव' (maglev) और एक पटरी पर चलने वाली 'मोनोरेल' जैसी व्यवस्थाएँ भी रेल व्यवस्था में गिनी जाती हैं। रेल की पटरी पर चलने वाले वाहन अक्सर एक लम्बी पंक्ति में एक दुसरे से ज़ंजीरों से जुड़े हुए डब्बे होते हैं जिन्हें एक या एक से अधिक कोयले, डीज़ल, बिजली या अन्य ऊर्जा से चलने वाला इंजन (engine) खेंचता है। इस तरह से जुड़े हुए डब्बों और इंजनों को 'रेलगाड़ी' या 'ट्रेन' (train) बुलाया जाता है।[2]

अन्य भाषाओँ में[संपादित करें]

वैसे तो 'रेल' शब्द लगभग सभी भाषाओँ में प्रवेश कर चुका है फिर भी बहुत सी भाषाओँ में इसके लिए स्थानीय शब्द गढ़े गए हैं। ध्यान दीजिये कि यह शब्द कोषों और सरकारी दस्तावेज़ों में तो मिलतें हैं लेकिन अक्सर सामान्य प्रयोग में नहीं हैं। बहुत सी भाषाओँ में रेल को 'लोहे का मार्ग' या 'लोहे के मार्ग पर चलने वाला वाहन' जैसे विचार लेकर शब्दों का आविष्कार किया गया है। उदाहरण के लिए:

  • संस्कृत में 'लोहपथगामिनी'
  • फ़ारसी में 'राह-ए-आहन' (راه آهن‎), यानि 'लोहे (आहन) की राह'
  • जर्मन में 'आईज़ॅनबान' (Eisenbahn), यानि 'लोहे की राह'
  • फ़्रांसिसी में (Chemin de fer), यानि 'लोहे की राह'

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • परिवहन

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "पृष्ठ क्रमाँक ३३-३४ बाल ज्ञान- विज्ञान एन्साइक्लोपीडिया संचार-परिवहन [[आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰]] 978-81-85134-54-3". मूल से 20 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 दिसंबर 2012.
  2. TrainsOxford reds Archived 2014-09-28 at the Wayback Machine, Dennis Hamley, Oxford University Press, 2001, ISBN 978-0-19-910653-0

परिवहन के साधन
रेल गाड़ी कहाँ तक जाती है? - rel gaadee kahaan tak jaatee hai?
। जल मार्ग | रेल मार्ग | सड़क मार्ग | हवाई मार्ग |

ट्रेन की लोकेशन कैसे पता करें?

इसके अलावा आप लाइव ट्रेन स्टेटस जानने के दूसरे माध्यम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।.
NTES ऐप डाउनलोड करें या इसके वेबसाईट पर जाएँ।.
Spot Your Train वाले विकल्प को चुने।.
ट्रेन नाम या ट्रेन नंबर डालें। ... .
अब Journey Station और Journey Date सेलेक्ट करें।.

रेल का पुराना नाम क्या है?

हिन्दी में रेल या ट्रेन का अर्थ "लौह पथ गामिनी" है। यहाँ लौह पथ का मतलब लोहे का रास्ता और गामिनी का अर्थ है अनुगमन करने वाली या पीछे चलने वाली। इसका पूरा मतलब है एक ऐसी गाड़ी जो लोहे के रास्ते पर चलती है। इन शब्दों को मिलाने पर 'रेलगाड़ी या ट्रेन' को हिन्दी में 'लौह पथ गामिनी' कहा गया है।

रेल के नीचे क्या है?

रेल की पटरी के नीचे कंक्रीट के बने प्लेट होते हैं, जिन्हें स्लीपर कहा जाता है। इन स्लीपर के नीचे पत्थर यानी गिट्टी होती है, इसे बलास्ट कहते हैं। इसके नीचे अलग अलग तरह की दो लेयर में मिट्टी होती है।

ट्रेन का शुद्ध हिंदी में क्या नाम है?

रेलगाड़ी शब्द दो शब्द रेल और गाड़ी से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है रेल (अब हिन्दी में इसे रेल की पटरी या सिर्फ पटरी कहते हैं) पर चलने वाली गाड़ी।