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पिस्टल और रिवॉल्वर में क्या अंतर होता है, दोनों में कहां भरी जाती है गोलियां और कैसे होती है फायरिंग?आप रिवॉल्वर से फायरिंग कर रहे हों और मिसफायर हो जाए तो कारतूस को सिलेंडर से निकालना आसान होता है. वहीं अगर पिस्तौल से मिसफायर हो जाए तो कारतूस निकालने में थोड़ी मुश्किलें आती हैं.TV9 Bharatvarsh | Edited By: Dec 08, 2021, 11:48 AM IST Revolver And Pistol: पुलिस और सुरक्षाबलों के अलावा बहुत सारे लोग सुरक्षा की दृष्टि से यानी आत्मरक्षा के लिए हथियार रखते हैं. वहीं कई लोगों को हथियार रखने का शौक भी होता है. खासकर छोटे हथियार. जैसे रिवॉल्वर, पिस्टल वगैरह. हालांकि हर तरह के हथियार के लिए आपको जिला प्रशासन से लाइसेंस लेना जरूरी होता है. बहरहाल क्या आपने रिवॉल्वर और पिस्टल देखा है? क्या आप जानते हैं इन दोनों में क्या अंतर होते हैं? आइए, हम यहां आपका कन्फ्यूजन दूर करते हैं... 1 / 6 सबसे पहले जानिए कि रिवॉल्वर क्या होता है... आपने पुरानी कई सारी फिल्मों में इसे देखा होगा, जब हीरो या विलेन इसे एक हाथ से पकड़कर दूसरे हाथ से गोली वाले सिलेंडर को घुमा रहा होता है! 1835 में सैमुअल कॉल्ट द्वारा विकसित किए गए रिवॉल्वर का नाम रिवाल्विंग सिलेंडर की वजह से पड़ा था. इस बंदूक के बीच में एक सिलेंडर लगा होता है, जिसमें गोलियां भरनी होती है. यह गोल सिलेंडर ठीक बैलर के पीछे लगा होता है. 2 / 6 रिवॉल्वर में कैसे होती है फायरिंग?.... रिवॉल्वर में बैलर के पीछे लगे सिलेंडर में ही गोलियां भरी जाती हैं. आमतौर पर इनमें 6 गोलियां भरी जाती हैं. रिवॉल्वर का जब ट्रिगर दबाया जाता है तो पीछे लगा एक हैमर गोली पर हिट करता है, जिससे गोली आगे निकलकर फायद हो जाती है. एक फायर करते ही सिलेंडर घूम जाता है और दूसरी गोली बैरल के सामने आ जाती है. ट्रिगर चलाने पर यही प्रोसेस चलता रहता है और फायरिंग होती रहती है. 3 / 6 अब पिस्टल के बारे में जानिए... पिस्टल या पिस्तौल, कम दूरी की एक हैंडगन होती है. इसमें 10 इंच से भी छोटा बैरल होता है. छोटी होने के कारण यह आकर्षक दिखती है. आम तौर पर यह तीन तरह की होती है, ऑटोमैटिक, सिंगल शॉट और मल्टी चेंबर. हालांकि ऑटोमैटिक में भी कई तरह की पिस्टल आती है. पिस्टल में गोलियां इसके मैगजीन में भरी जाती हैं. 4 / 6 पिस्टल के ग्रिप के पास लगी मैगजीन में 8 गोलियां भरी जा सकती हैं. हालांकि ज्यादा गोलियों वाली भी पिस्टल आने लगी हैं. इससें एक के बाद एक लगातार फायरिंग की जा सकती है. बैरल खींचने पर मैगजीन में लगी स्प्रिंग के जरिये गोलियां अपने आप ऊपर फायर पॉइंट के पास सेट होती जाती हैं. इसमें तेज स्पीड से फायरिंग होती जाती है. 5 / 6 पिस्टल की तुलना में रिवॉल्वर भारी होता है. कारण कि रिवॉल्वर में लगे सिलेंडर का भी वजन होता है. आप रिवॉल्वर से फायरिंग कर रहे हों और मिसफायर हो जाए तो कारतूस को सिलेंडर से निकालना आसान होता है. वहीं अगर पिस्तौल से मिसफायर हो जाए तो कारतूस निकालने में थोड़ी मुश्किलें आती हैं. उम्मीद है कि आप पिस्तौल और रिवॉल्वर, दोनों के बारे में समझ गए होंगे. 6 / 6
Most Read Storiesपिस्टल में कितने गोली होते हैं?पिस्टल में गोलियां इसके मैगजीन में भरी जाती हैं. पिस्टल के ग्रिप के पास लगी मैगजीन में 8 गोलियां भरी जा सकती हैं. हालांकि ज्यादा गोलियों वाली भी पिस्टल आने लगी हैं. इससें एक के बाद एक लगातार फायरिंग की जा सकती है.
पिस्टल में कितने राउंड भरे जाते हैं?माउज़र पिस्तौल में 7.63x25 मिमी साइज़ के कारतूस इस्तेमाल किये जाते हैं जबकि 0.32" बोर के रिवॉल्वर में 7.65x25 मिमी साइज़ के कारतूस प्रयुक्त होते हैं। 0.32" बोर रिवॉल्वर के कारतूस माउज़र के कारतूसों के मुकाबले 0.02 मिमी ही अधिक होते हैं। इस कारण 0.32" बोर रिवॉल्वर के कारतूस भी माउज़र पिस्तौल में प्रयोग किये जा सकते हैं।
गोली कितनी दूर तक जाती है?छोटे शाट यानि रिवाल्वर या पिस्टल से मारी गई गोली 200-300 गज तक जा सकती है. लेकिन इसी में लंबी दूरी वाली बंदूकों से 600 गज तक की मार की जा सकती है. वैसे औसत बंदूक की गोली की रफ्तार 2500 फीट प्रति सेकेंड होती है.
पिस्टल का कितना रेट पड़ता है?पिस्टल गन की कीमत कितनी है? इसे सुनेंरोकेंबढि़या क्वॉलिटी की एयर पिस्टल का रेट 2,500 रुपये है। एयर गन 1,700 रुपये से छह हजार रुपये तक मिलती हैं।
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