इंटरनेशनल ओलिंपिक गेम्स ( International Olympic Games ): जानिये ओलिंपिक खेल का इतिहास और इससे जुडी रोचक तथ्य जो शायद आप नहीं जानतेओलंपिक खेल दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजनों में से एक हैं. ओलंपिक खेल में शामिल होना खिलाड़ियों का सपना होता है. सैकड़ों देशों के खिलाड़ी व्यक्तिगत तथा टीम में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए मिलते हैं. ओलंपिक का खेल प्रत्येक ४ वर्ष में आयोजित किया जाता है, तथा ओलिंपिक का खेल हर बार भिन्न भिन्न देशो में आयोजित किया जाता है. Show
ओलंपिक खेल के 4 अलग-अलग प्रकार हैं. ओलंपिक विश्व में होने वाली अग्रणी खेल प्रतियोगिता है, इसमे 200 से अधिक देश हिस्सा लेते है. ओलंपिक खेल में ग्रीष्मकालीन खेल, शीतकालीन खेल और पैरालंपिक खेल शामिल हैं. प्रत्येक प्रकार के खेल हर चार साल में आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन के खेल एक दूसरे से दो साल के अंतर में होते हैं. आगे इस लेख में, हम ओलंपिक खेलों के इतिहास, ओलंपिक खेल के पद्दति, ओलंपिक खेलों के पारंपरिक प्रतीक और ओलंपिक खेल से जुड़े कुछ सामान्य सवाल और जवाब को देखेंगे.
ओलंपिक खेल का इतिहास | History of Olympic Gamesओलंपिक खेल का प्राचीन इतिहास | Ancient History of the Olympic Games ओलम्पिक खेल का इतिहास बहुत ही पुराना है. माना जाता है की ओलम्पिक खेलों की शुरुवात यूनान के देवता ज्यूस के सम्मान में 776 ईसा पूर्व यूनान/ग्रीक के ओलम्पिया शहर से की गई थी. पहले इन खेलों का आयोजन प्रत्येक चार साल बाद किया जाता था. परंतु साल 394 ई. में रोम के राजा थियोडोटियस के आदेश पर इन खेलों के आयोजन को बंद कर दिया गया. कहा जाता है की प्राचीन ओलम्पिक खेलों का आयोजन 1200 साल पूर्व योद्धा-खिलाड़ियों के बीच हुआ था. पुराने समय में शांतिपूर्ण समय अंतराल के दौरान योद्धाओं के बीच प्रतिस्पर्धा के साथ खेलों का विकास हुआ. शुरुआती दौर में दौड़, मुक्केबाजी, कुश्ती, लड़ाई और घुड़सवारी और रथों की दौड़ सैनिक प्रशिक्षण का हिस्सा हुआ करते थे. इनमें से सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले योद्धा प्रतिस्पर्धी को खेलों में अपना दमखम दिखाने का मौका मिलता था. प्राचीन काल में यह ग्रीस यानी यूनान की राजधानी एथेंस में 1896 में आयोजित किया जाता था. ओलंपिया/ ओलम्पस पर्वत पर खेले जाने के कारण इसका नाम ओलम्पिक पड़ा. ओलम्पिक में राज्यों और शहरों के खिलाड़ी भाग लेते थे. इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ओलम्पिक खेलों के दौरान शहरों और राज्यों के बीच लड़ाई तक स्थगित कर दिए जाते थे. इस खेलों में लड़ाई और घुड़सवारी काफी लोकप्रिय खेल थे. ओलंपिक खेल का आधुनिक इतिहास | Modern History of the Olympic Games कई सालो तक बंद रहे ओलिंपिक खेलों का फिर से आयोजन 19वीं शताब्दी में सर्वमान्य सभ्यता के विकास के साथ हुआ. आधुनिक ओलंपिक गेम्स की शुरवात कई वर्ष पूर्व 23 जून 1894 को सोरबोन, पेरिस में हो चुकी थी. इसलिए 23 जून को, 1948 से हर वर्ष अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका श्रेय फ्रांस के अभिजात वर्ग के पियरे डी कुवर्तेन को जाता है. इस खेलों के आयोजन के पीछे कुवर्तेन ने दो लक्ष्य थे. पहला, खेलों को अपने देश में लोकप्रिय बनाना. इसका मुख्य उद्देश्य खेलों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर और हर आयु वर्ग और लिंग के लोगों कि भागीदारी को बढ़ावा देना था. दूसरा, सभी देशों को एक शांतिपूर्ण प्रतिस्पर्धा के लिए एकत्रित करना. उनका मानना था कि खेल युद्धों को टालने के सबसे अच्छे माध्यम हो सकते हैं. कुवर्तेन की इस परिकल्पना के आधार वर्ष 1896 में पहली बार आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन ग्रीस की राजधानी एथेंस में हुआ. शुरुआती दशक में इस आयोजन को अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि तब इस खेल को किसी भी बड़ी शक्ति का साथ नहीं मिल सका था. 1896 के बाद वर्ष 1900 और 1904 में ओलंपिक के संस्करण लोकप्रिय नहीं हो सके, क्योंकि इस दौरान भव्य आयोजनों की कमी रही. इसके बाद लंदन में अपने चौथे संस्करण के साथ ओलंपिक आंदोलन संपन्न हुआ. इसमें 2000 एथलीटों ने शिरकत किया. यह संख्या पिछले तीन आयोजनों के योग से अधिक थी. साल 1930 के बर्लिन संस्करण में तो मानों नई जान आ गई. 1950 में अमेरिका-सोवियत संघ के आने से ओलंपिक की ख्याति चरम पर पहुंच गई. इसके बाद तो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने को देश की प्रतिष्ठा से देखा जाने लगा. वर्ष 2008 में चीन की राजधानी बीजिंग में खेला गया ओलंपिक को अब तक का सबसे अच्छा आयोजन माना गया है. ओलंपिक खेल का उद्देश्य | Objective of the Olympic Gamesओलिंपिक गेम्स का मुख्य उद्देश्य खेलों को अपने देश में लोकप्रिय बनाना तथा खेलों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर और हर आयु वर्ग और लिंग के लोगों कि भागीदारी को बढ़ावा देना था. दूसरा, सभी देशों को एक शांतिपूर्ण प्रतिस्पर्धा के लिए एकत्रित करना. खेल के जरिये सभी को एक साथ लाना. उनका मानना था कि खेल युद्धों को टालने के सबसे अच्छे माध्यम हो सकते हैं. लैटिन भाषा में सिटियस, अल्टियस और, फोर्टियस ये तीन ही ओलंपिक के उद्देश्य हैं, जिसका हिंदी में अर्थ है तेज, ऊंचा और बलवान. इनकी रचना 1897 ईस्वी मे फादर डिडोन द्वारा की गई थी. इन्हें ओलंपिक के उद्देश्य के रूप में साल 1920 के एंटवर्प ओलंपिक में प्रस्तुत किया गया था. ओलंपिक खेल का उद्घाटन समारोह प्रक्रिया | Olympic Games Opening Ceremony Procedureओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह के मार्च पास्ट में यूनान देश ( जहाँ से ओलिंपिक गेम्स की शुरुआत हुई ) की टीम सबसे आगे और मेजबान देश ( जिस देश में ओलिंपिक खेल का आयोजन किया जा रहा है ) की टीम सबसे पीछे रहती है. बाकि अन्य सभी टीमें अंग्रेजी वर्णमाला के वर्णों के क्रमानुसार होती हैं. ओलम्पिक खेल की मशाल | Olympic Games torchओलम्पिक खेलों के आयोजन की शुरुवात ओलंपिक मशाल जलाकर की जाती है. इसे जलाने की शुरुवात 1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक से की गई थी. इसके बाद साल 1936 के बर्लिन ओलंपिक से ओलंपिक मशाल के आधुनिक स्वरूप को अपनाया गया. यहीं से ओलंपिक मशाल को आयोजन स्थल तक लाने के प्रचलन की शुरुवात हुई. दरअसल इसके पीछे की कहानी यह है की यह मशाल यूनान में ओलम्पिया के हेरा मंदिर के सामने सूर्य की किरणों से जलाई जाती है और विभिन्न खिलाड़ियों द्वारा आयोजन स्थल तक लायी जाती है. ओलम्पिक खेल का ध्वज ( झंडा ) | Olympic Games flagवर्ष 1913 में बैरोन पियरे डि कोबार्टिन के सुझाव पर ओलंपिक ध्वज का सृजन किया गया. इसके बाद जून 1914 में पेरिस में इसका औपचारिक उद्घाटन किया गया. साल 1920 के एंटवर्प (बेल्जियम) ओलंपिक खेलों में इस ध्वज को पहली बार फहराया गया. इस ध्वज का बैकग्राउंड सफेद है जिसपर पांच रंगों ( लाल, नीला, हरा, पीला, काला) के पांच चक्र एक दूसरे को काटते हुए अंकित किए गए हैं. ये पांच चक्र पांच महाद्वीपों के प्रतीक हैं. जिसमें पीला रंग एशिया को, काला रंग अफ्रीका को, लाल रंग उत्तरी व दक्षिण अमेरिका को, नीला रंग यूरोप को और, हरा रंग ऑस्ट्रेलिया को दर्शाता है.
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति | International Olympic Committeeअंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना साल 1894 में सखोन नामक स्थान पर की गई. इसका मुख्यालय स्विजरलैंड के लोसाने में अवस्थित है. यह समिति ही विश्व भर में ओलंपिक खेलों के आयोजन की आधिकारिक संस्था है. इस समिति में एक अध्यक्ष, तीन उपाध्यक्ष और सात अन्य सदस्य होते हैं. इंटरनेशनल ओलंपिक समिति का उद्देश्य और रोल | Purpose and Role of the International Olympic Committeeनेशनल ओलंपिक समिति का मुख्य उद्देश्य ओलंपिक खेलों का प्रचार पूरे विश्व में करना और ओलंपिक खेलों का प्रतिनिधत्व करना है. इसके कुछ अन्य उद्देश्य निचे दिए अनुसार है.
इंटरनेशनल ओलंपिक खेलों में उपलब्ध्द सम्मान | Honors Available at International Olympic Gamesओलंपिक खेलों में मिलने वाले मेडल्स के अलावा भी कई ऐसे अवार्ड है, जिन्हे अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा खिलाड़ियों को दिया जाता है. यह अंतराष्ट्रीय खेल समिति द्वारा दिये जाने वाले अवार्ड इस प्रकार है.
आधुनिक ओलंपिक खेल का वर्ष और किस देश में ओलिंपिक खेल खेले गए | The year of the modern Olympic Games and in which country the Olympic Games were played
ओलम्पिक खेल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य | Some important facts related to the Olympic Games
ओलिंपिक खेल से सम्बंधित प्रश्न और उनके उत्तर | Questions and Answers related to Olympic Gamesओलंपिक खेल का ओलंपिक नाम कैसे पड़ा? प्राचीन काल में ओलिंपिक खेल ग्रीस यानी यूनान की राजधानी एथेंस में 1896 में आयोजित किया जाता था. ओलंपिया/ ओलम्पस पर्वत पर खेले जाने के कारण इसका नाम ओलम्पिक पड़ा. आधुनिक ओलंपिक की शुरुआत कब हुई? 1896 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, जो आधिकारिक तौर पर पहले ओलम्पियाड खेल के रूप में जानी जाती है, एक बहु-खेल प्रतियोगिता थी जो यूनान की राजधानी एथेंस में 6 अप्रैल से 15 अप्रैल 1896 के बीच आयोजित हुई थी. यह आधुनिक युग में आयोजित होने वाली पहली अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता थी. ओलिंपिक खेल में कितने खेल/ कितने प्रकार के खेल खेले जाते है? ओलंपिक खेल के 4 अलग-अलग प्रकार हैं. ओलंपिक खेल में ग्रीष्मकालीन खेल, शीतकालीन खेल और पैरालंपिक खेल शामिल हैं. प्रत्येक प्रकार के खेल हर चार साल में आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन के खेल एक दूसरे से दो साल के अंतर में होते हैं. आधुनिक ओलंपिक खेलों के जनक का जन्म कब हुआ? बेरोन पियरे दी कोबर्टिन को ही आधुनिक ओलिंपिक खेल का जनक कहा जाता है. उनका जन्म वर्ष 1863 में फ्रांस में हुआ. ओलंपिक गेम कितने साल में होते हैं? खेलों का महाकुंभ यानी ओलंपिक का खेल हर चार साल पर होता है. ओलंपिक खेल में ग्रीष्मकालीन खेल, शीतकालीन खेल और पैरालंपिक खेल शामिल हैं. प्रत्येक प्रकार के खेल हर चार साल में आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन के खेल एक दूसरे से दो साल के अंतर में होते हैं. ओलिंपिक ध्वज में कितने रंग होते है? ओलंपिक ध्वज में एक सफेद पृषठभूमि है, और इसमें पांच गोले होते है. रंग - नीला, पीला, काला, हरा, और लाल. यह डिजाइन ओलंपिक द्वारा एकजुट दुनिया के पांच महाद्वीपों का प्रनिधितावा करता है. जेंट्स कौन ओन्ली के नाम आधुनिक ओलंपिक खेलों का कौन सा रिकॉर्ड दर्ज है? जमैका के मशहूर एथलीट उसैन बोल्ट ने रियो ओलंपिक में भी 100 मीटर, 200 मीटर और 4x100 की रेस में गोल्ड मेडल हासिल किया है. इन तीनों स्पर्धाओं में लगातार तीन ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले पहले एथलीट बन गए हैं. बीजिंग और लंदन ओलंपिक में भी बोल्ट ने यह कारनामा किया था. भारत ओलंपिक में कब शामिल हुआ? वर्ष 1920 में बेल्जियम को ओलंपिक की मेजबानी का मौक़ा मिला. उस समय भारत ने पहली बार अपनी ओलंपिक टीम भेजी तब से लेकर आज तक भारत लगातार ओलंपिक में भाग लेता आ रहा है. यह भी पढ़ेप्राचीन ओलंपिक खेल का प्रारंभ कब हुआ था?प्राचीन ओलंपिक खेलों का पहला लिखित रिकॉर्ड 776 ईसा पूर्व का है जब कोरोबस नाम के एक रसोइए ने एकमात्र प्रतियोगिता जीती थी, 192 मीटर का फुटट्रेस जिसे स्टेड कहा जाता था (आधुनिक "स्टेडियम का मूल", पहला ओलंपिक चैंपियन बनने के लिए।
ओलंपिक खेल कितने साल पुराना है?जानकारी के मुताबिक ओलंपिक खेल पहली बार साल 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में आयोजित किया गया था।
पहला ओलंपिक कहाँ हुआ था?आधुनिक ओलंपिक खेलों का पहला संस्करण ग्रीस में आयोजित हुआ।
भारत में पहली बार ओलंपिक कब हुआ?ओलंपिक Archived 2021-08-04 at the Wayback Machine (ओलम्पिक खेल) में भारत ने सर्वप्रथम 1900 में, एकमात्र खिलाड़ी नार्मन प्रिजार्ड (एंग्लो इण्डियन) के साथ भाग लिया, जिसने एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीते 1920 के ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों में देश ने पहली बार एक टीम भेजी और उसके बाद से हर ग्रीष्मकालीन खेलों में भाग लिया है।
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