नमस्कार दोस्तों हमारा आज का प्रश्न है पर परागण से लाभ एवं हानियां लिखिए तो आइए इस उत्तर की सहायता से समझते हैं उत्तर तो पर परागण से होने वाली लाभ व हानियां निम्न है तो पहले हम देखेंगे कि पर परागण से क्या लाभ होते हैं तो पर परागण द्वारा निम्नलिखित लाभ होते हैं पहला लाभ नहीं चाहती हूं उत्पन्न होती है पर परागण द्वारा नहीं जातियां पौधों की नई जातियां उत्पन्न होती है पंख होती है इसके अलावा इसके लाभ यह है कि पर परागण से उत्पन्न पर परागण द्वारा या पर परागण से उत्पन्न जो बीज होते हैं बीजों से बने पौधे पर परागण से उत्पन्न बीजों से बने पौधे बने पौधे क्या होते हैं स्वस्थ Show एवं मजबूत होते हैं स्वास्थ्य एवं मजबूत होते हैं पर परागण द्वारा निर्मित पौधे स्वस्थ और मजबूत होते हैं इसके अलावा इसके क्या लाभ है कि बीच अधिक संख्या में बनते हैं बीच अधिक संख्या में उत्पन्न होते हैं या बनते हैं बनते हैं और चौथा लाभ जो है इसका वह है कि फल भी अधिक संख्या में बनते हैं फिर भी क्या होते हैं अधिक संख्या में बनते हैं या उत्पन्न होते हैं तो यह थे पर परागण के lock-up पर परागण से होने वाली हानियों देखते हैं तो पर परागण से होने वाली हानियां निम्न है तू पहले हानि जो पर परागण द्वारा होती है वह होता है कि पर परागण के लिए माध्यम क्या पता होती है माध्यम की क्या होती है आवश्यकता होती है बिना माध्यम के पर परागण संपन्न नहीं हो पाता है और वह माध्यम के होते हैं जैसे कि जल वायु हवा आदि द्वारा क्या होते हैं परागण अन्य पोस्ट तक जाते हैं तो यह सब क्या होते हैं माध्यम होती है उनकी आवश्यकता होती है पर परागण के लिए किंतु यह बिना माध्यम के संपन्न नहीं होता यह इसकी हानि है इसके अलावा दूसरी जो हानि है वह अधिक पराग गांव की अधिक अधिक पराग कणों की पराग कणों की आवश्यकता होती है यह इसकी एक और हानि की अधिक पर गांव की आवश्यकता होती है पर परागण को संपन्न करने के लिए और इसकी तीसरी हानि है कि पौधों की शुद्धता पौधों की शुद्धता जो होती है वह पूर्णता क्या हो जाती है समाप्त हो जाती है पौधों की शुद्धता पूर्णता समाप्त हो जाती है पर परागण की क्रिया द्वारा तो यह थी पर परागण की कुछ लाभ व हानि तो हमारा प्रश्न यहीं समाप्त होता है आशा करती हूं आपको यह प्रश्न समझ आया हो इस वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद पर परागण क्या है इसके लाभ बताइए?Solution : ( I ) पर-पराग से लाभ - <br> 1. नयी जातियां उत्पन्न होती हैं । <br> 2. पर-परागण से उत्पन्न बीजों से बने पौधे मजबूत तथा स्वस्थ होते हैं ।
परागण क्या है पर परागण की परिभाषा?पौधों में पराग कण (Pollen grains) का नर-भाग (परागकोष - Anther) से मादा-भाग (वर्तिकाग्र - Stigma) पर स्थानातरण परागण (Pollination) कहलाता है। परागन के उपरान्त निषेचन की क्रिया होती है और प्रजनन का कार्य आगे बढ़ता है।
स्वपरागण और पर परागण में क्या अंतर है?Solution : जब परागण क्रिया एक ही पादप के नर और मादा जनन अंगों तक सीमित हो तो इसे स्वपरागण कहते हैं। इसके विपरीत जब परागण क्रिया में दो अलग-अलग पौधों के जननांग सम्मिलित हों तो इसे परपरागण कहते हैं। उदाहरण के लिए यदि एक पुष्प के परागकण दूसरे पौधे के दूसरे पुष्प के वर्तिकान पर पहुँचते हैं तब उसे परपरागण कहा जाता है।
पर परागण से क्या हानि है?पर-परागण से हानियाँ (Disadvantages of Cross-pollination)
कीटों को आकर्षित करने के लिये पुष्पों को चटकीले रंग, बड़े दल, सुगन्ध तथा मकरन्द उत्पन्न करना पड़ता है जिन सबमें अधिक पदार्थ का अपव्यय होता है तथा अधिक ऊर्जा का ह्रास होता है। पर-परागित पुष्पों, विशेषकर वायु परागित पुष्पों में परागकण अधिक संख्या में नष्ट होते हैं।
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