1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? Show लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न.1. ‘माटीवाली’ पाठ के आधार पर बताइए कि वर्तमान में सामाजिक जीवन में कौन-कौन से परिवर्तन हो रहे हैं?
प्रश्न.2. वर्तमान समय में सामाजिक योजनाओं का लाभ कौन उठा रहा है?
प्रश्न.3. माटी वाली कौन थी ? उसके द्वारा किए जाने वाले कार्यों से हमें क्या प्रेरणा मिलती है ?
प्रश्न.4. जिसके विषय में मिट्टी से भरा कंटर नीचे उतारने की बात कही गई है, वह कौन थी तथा उसका व्यवसाय क्या
था? अथवा
प्रश्न.5. माटीवाली का चरित्र चित्रण कीजिए।
प्रश्न.6. माटी वाली का ढक्कन रहित कंटर उसके व्यक्तित्व के किस पक्ष को प्रतिबिंबित करता है? अपने विचार व्यक्त कीजिए।
प्रश्न.7. टिहरी शहरवासियों के लिए माटी वाली का क्या महत्त्व था ? वे माटी
वाली को किस तरह पहचानते थे ?
प्रश्न.8. ‘माटी वाली’ कहानी का आधार या उद्देश्य क्या है?
प्रश्न.9.
‘माटीवाली’ कहानी में निहित समस्या व उसका परिणाम बताइए। प्रश्न.10. ‘माटी वाली’ कहानी में एक बूढ़ी माटी वाली के माध्यम से लेखक ने किस समस्या को उठाया और उसका क्या परिणाम हुआ ?
प्रश्न.11. ‘माटी वाली सचमुच दलित, शोषित और लाचार है’ स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न.12. माटीवाली के पास अपने अच्छे या बुरे भाग्य के बारे में ज्यादा सोचने का समय क्यों नहीं था?
प्रश्न.13. ‘भूख मीठी कि भोजन मीठा’ से क्या अभिप्राय है?
प्रश्न.14. ‘पुरखों की गाढ़ी कमाई से हासिल की गई चीजों को हराम के भाव बेचने को मेरा दिल गवाही नहीं देता।’ मालकिन के इस कथन के आलोक में विरासत के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए।उत्तर.
प्रश्न.15. माटी वाली का रोटियों का इस तरह हिसाब लगाना उसकी किस मजबूरी को प्रकट करता है?उत्तर.
प्रश्न.16.
आज माटीवाली बुड्डे को कोरी रोटियाँ नहीं देगी इस कथन के आधार पर माटीवाली के हृदय के भावों को अपने शब्दों में लिखिए।
प्रश्न.17. ‘गरीब आदमी का श्मशान नहीं उजड़ना चाहिए।’ इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न.18. ‘विस्थापन की समस्या’ पर एक अनुच्छेद लिखें।
माटी वाली पाठ का सार यहाँ से पढ़ें। माटी वाली स्त्री की माटी का तेरे शहर में क्या महत्व है?माटी वाली एक गरीब अनुसूचित जाति की महिला थी। वह बूढ़ी महिला पूरे टिहरी शहर में घर-घर लाल मिट्टी देने जाती थी जो लिपाई-पुताई के काम आती है। वह जिस प्रकार का जीवन जी रही थी उससे हमें मेहनत और ईमानदारी से जीवन व्यतीत करने की प्रेरणा मिलती है। परिवार के प्रति निष्ठावान रहने की सीख भी उसके जीवन से हमें प्राप्त होती है।
टिहरी शहर में बूढ़ी स्त्री को लोग क्या कहते थे?बूढ़ी 'माटी वाली ' पूरे टिहरी शहर में घर-घर लाल मिट्टी बाँटती है और उसी से उसका जीवन चलता है घरो में लिपाई-पुताई में लाल मिट्टी काम आती है. एक पुराने कपड़े की गोल गद्दी सिर पर रखकर उस पर मिट्टी का कनस्तर रखे हुए वह घर-घर जाकर मिट्टी बेचती है ,उसे सारे शहर के लोग माटी वाली के नाम से ही जानते हैं.
माटी वाली टिहरी में प्रसिद्ध क्यों थी?Answer: पूरे टिहरी शहर को सिर्फ़ वही माटी देती आ रही थी। उसका घर शहर से दूर था जिस कारण वह प्रात:काल निकल जाती थी। वहाँ पूरा दिन माटीखान से माटी खोदती व शहर में विभिन्न स्थानों में फैले घरों तक माटी को पहुँचाती थी।
माटी वाली कैसे कद की महिला थी?माटी वाली नाटे कद की महिला वृद्धावस्था में पहुँचकर भी घर-घर मिट्टी पहुँचाती थी। उसके सिर पर कपड़े से बना डिल्ला, डिल्ले पर उसका कंटर, उसका ढक्कन गायब, कंटर के मुँह तक भरी लाल मिट्टी।
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