मीराबाई को सावन मनभावन क्यों लगता है? - meeraabaee ko saavan manabhaavan kyon lagata hai?

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Short Note

मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा ?

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Solution

मीरा को सावन मनभावन लगता है क्योंकि सावन के आने से मन में उमंग भर आती है तथा सावन की बूँदों की ध्वनि से उसे अपने प्रभु के आगमन की अनूभूति होती है। नन्ही-नन्ही बूँदों के बरसने से उन्हें शीतलता महसूस होती है।

Concept: पद्य (Poetry) (Class 7)

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Chapter 16: भोर और बरखा - कविता से [Page 120]

Q 4Q 3Q 5

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NCERT Class 7 Hindi - Vasant Part 2

Chapter 16 भोर और बरखा
कविता से | Q 4 | Page 120

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NCERT Solutions for Class 7th: पाठ - 16 भोर और बरखा (कविता) हिंदी वसंत भाग-II

- मीराबाई

पृष्ठ संख्या: 120

प्रश्न अभ्यास

कविता से

1. 'बंसीवारे ललना', 'मोरे प्यार', 'लाल जी', कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं?

उत्तर

'बंसीवारे ललना', 'मोरे प्यार', 'लाल जी', कहते हुए यशोदा अपने पुत्र श्रीकृष्ण को जगाने का प्रयास करती हैं। वे कहतीं हैं कि रात बीत गयी है, सुबह हो गयी है, सभी के दरवाजें खुल चुके हैं। गोपियाँ दही से मक्खन निकाल रही हैं जिससे उनके कंगन बज रहे हैं, उन्हें सुनो। दरवाजे पर देव और मानव सभी तुम्हारी प्रतीक्षा में खड़े हैं, ग्वाल-बाल भी शोर मचा रहे हैं और जय-जयकार कर रहें हैं, उनके हाथ में माखन रोटी लेकर गाएँ चराने के लिए तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहें हैं।

2. नीचे दी गई पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए - 'माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।'

उत्तर

प्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि गायों के रखवाले ग्वाल-बालों के हाथ में माखन और रोटी है।

3. पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए।

उत्तर

पद के आधार पर ब्रज में भोर होते ही सभी घरों के किवाड़ खुल जाते हैं। गोपियाँ दही मथना शुरू कर देती हैं जिससे उनके कंगन खनकने की आवाज़ होती है। ग्वाल-बाल गायें चराने के लिए तैयार होने लगते हैं।

4. मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा?

उत्तर

मीरा को सावन मनभावन इसलिए लगा क्योंकि यह मौसम मीरा को श्रीकृष्ण के आने का अहसास कराता है।इसमें प्रकृति बड़ी सुहावनी होती है इसलिए मन में उमंग भर जाती है।

5. पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर

सावन में प्रकृति मनोहारी दृश्य प्रस्तुत करती है। चारों तरफ बादल फैल जाते हैं, गरजते हैं और बिजली चमकती है। इस मौसम में मनभावन वर्षा होती है जिससे सभी प्रसन्न हो जाते हैं। गर्मी में कमी आती है और ठंडी हवाएँ बहती हैं।

पाठ से आगे

1. मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्द कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।

उत्तर

कवि - उनकी रचना
सूरदास - सूरसागर
रसखान - प्रेम वाटिका
परमानंद - परमानंदसागर
तुलसीदास - रामचरितमानस

2. सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।

उत्तर

आषाढ़ और भादो

पृष्ठ संख्या: 121

भाषा की बात

1. कृष्ण को 'गउवन के रखवारे' कहा गया है। जिसका अर्थ है गौओं का पालन करनेवाला। इसके लिए एक शब्द दें।

उत्तर

गोपाला

2. नीचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं, और दूसरी पंक्ति में भी दो बार। इन्हें पुनरुक्ति (पुन:उक्ति) कहते हैं। पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा।
'नन्हीं-नन्हीं बूँदन मेहा बरसे'
'घर-घर खुले किंवारे'
इस प्रकार के दो-दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुक्ति के अर्थ में क्या अंतर हैं?
जैसे - मीठी-मीठी बातें, फूल-फूल महके।

उत्तर

विशेषण पुनरुक्ति
नए-नए - कल मैंने नए-नए कपडे पहने थे।
ठंडे-ठंडे - समोसे बड़े ठंडे-ठंडे हैं।

संज्ञा पुनरुक्ति
गली-गली - मैंने उसे गली-गली ढूंढा।
नगर-नगर - आजकल नगर-नगर छापेमारी चल रही है।

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भोर और बरखा

कविता से

(1) ‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’, ‘लाल जी’, कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं?

Ans :- यहाँ यशोदा कृष्ण को जगाने का प्रयास करती हैं और कहती हैं – रात बीत गई है, सुबह हो गई है। हर घर के दरवाज़ें पर साधु-संत खड़े हैं। सभी ग्वाल-बाल शोर मचा रहे हैं, जयकार कर रहे हैं, माखन और रोटी हाथ में लेकर गायों की रखवाली के लिए जा रहे हैं, गोपियों के हाथ के कंगन बज रहे हैं।

(2) नीचे दी गई पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए-

माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।

Ans :- आशय – गायों के रखवाले सभी ग्वाल-बाल हाथ में माखन और रोटी लिए हुए हैं।

(3) पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए।

(4) मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा ?

Ans :- मीरा को सावन मनभावन लगता है क्योंकि सावन के आने से मन में उमंग भर आती है तथा सावन की बूँदों की ध्वनि से उसे अपने प्रभु के आगमन की अनूभूति होती है। नन्ही-नन्ही बूँदों के बरसने से उन्हें शीतलता महसूस होती है।

(5) पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए।

Ans :- सावन की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

(i) सावन का दृश्य तथा अनुभव बहुत मनोहर होता है।

(ii) सावन में मन उमंग तथा उल्लास से भर उठता है।

(iii) सावन में बिजली चमकती है, बादल गरजते हैं, मनुष्य पशु-पक्षी सभी प्रसन्न होते हैं।

(iv) नन्हीं-नन्हीं बूँदों से हमें शीतलता की अनुभूति होती है।

(v) गर्मी कम हो जाती है।

कविता से आगे

(1) मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्ध कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।

(2) सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।

अनुमान और कल्पना

(1) सुबह जगने के समय आपको क्या अच्छा लगता है ?

(2) यदि आपको अपने छोटे भाई – बहन को जगाना पड़े, तो कैसे जगाएँगे ?

(3) वर्षा में भीगता और खेलना आपको कैसा लगता है ?

(4) मीरा बाई ने सुबह का चित्र खींचा है। अपनी कल्पना और अनुमान से लिखिए कि निचे दिए गए स्थानों की सुबह कैसी होती है –

(क) गाँब , गली या मुहल्ले में

(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर

(ग) नदी या समुद्र के किनारे

(घ) पहाड़ों पर

भाषा की बात

(1) कृष्ण को गदवन के रखवारे कहा गया है  जिसका अर्थ है गोऔं का पालन करनेवाले।  इसके लिए एक शब्द दें।

Ans :- ग्वाला

(2) निचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं।  और दूसरी पंक्ति में भी दो बार।  इन्हें पुनरुकित (पून: उक्ति) कहते हैं।  पहली पंक्ति ,ें रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा।

नहीं – नहीं बूँदन मेहा बरसे

घर – घर खुले किंवारे

इस प्रकार के दो – दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुकित के अर्थ क्या अंतर है ? जैसे – मीठी – मीठी बातें, फूल – फूल महके।

कुछ करने को

कृष्ण का गिरधर क्यों कहा जाता है ? इसके पीछे कौन सी कथा है ? पता कीजिए और कक्षा में बताइए।


मीराबाई जी को सावन का महीना मनभावन क्यों लगता है?

Ans :- मीरा को सावन मनभावन लगता है क्योंकि सावन के आने से मन में उमंग भर आती है तथा सावन की बूँदों की ध्वनि से उसे अपने प्रभु के आगमन की अनूभूति होती है। नन्ही-नन्ही बूँदों के बरसने से उन्हें शीतलता महसूस होती है।

मीरा को सावन की ऋतु क्या पसंद है?

Expert-Verified Answer बिजली चमकने लगी। नन्ही नन्ही बूंदें बरसने लगी और ठंडी हवा बहने लगी। मीरा को ऐसी ऋतु में श्रीकृष्ण के आने की भनक हुई।

सावन के काले बादलों को देखकर मेरा भाई को किसकी याद आती है *?

उत्तर – सावन आते ही वर्षा ऋतु का प्रारंभ हो जाता है और आसमान में काले काले बादल छाना आरंभ कर देते हैं। बादलों को देखकर मीराबाई का मन बहुत खुश हो जाता है और उन काले-काले बादलों में मीरा बाई को प्रभु श्री कृष्ण के दर्शन का अनुभव होता है।

भोर और बरखा पाठ में भोर होने पर दरवाजे पर कौन खड़ा था?

सुबह हो गई है। घरों के दरवाजे खुल गए हैं। गोपियाँ दही बिलो रही हैं। ग्वाल बाल द्वार पर खड़े होकर तुम्हारी जयकार कर रहे हैं।