मुक्त पतन गुरुत्वीय त्वरण मुक्ति वेग और अभिकेंद्री कल का क्या अर्थ है - mukt patan gurutveey tvaran mukti veg aur abhikendree kal ka kya arth hai

एखादी वस्तू केवळ गुरुत्वीय बलाच्या प्रभावाने गतिमान असल्यास त्या गतीला मुक्त पतन म्हणतात.

पृथ्वीच्या (अथवा इतर ग्रहाच्या/उपग्रहाच्या/ताऱ्याच्या) गुरुत्वीय बलामुळे वस्तूचे त्वरण होते. या त्वरण पृथ्वीचे (अथवा त्या ग्रहाचे/उपग्रहाचे/ताऱ्याचे) गुरुत्व त्वरण म्हणतात.

ज्या विशिष्ट आरंभ वेगामुळे पृथ्वीच्या (अथवा इतर ग्रहाच्या/उपग्रहाच्या/ताऱ्याच्या) पृष्ठभागापासून सरळ वर जाणारी वस्तू पृथ्वीच्या (अथवा त्या ग्रहाच्या/उपग्रहाच्या/ताऱ्याच्या) गुरुत्वाकर्षणापासून मुक्त होते त्यास मुक्तिवेग म्हणतात. या वेळी वस्तू पृथ्वीपासून (अथवा त्या ग्रहापासून/उपग्रहा पासून/ताऱ्यापासून) अनंत अंतरावर जाऊन स्थिर होईल.

वर्तुळाकार कक्षेत फिरणाऱ्या कोणत्याही वस्तूवर वर्तुळाच्या केंद्राच्या दिशेने बल प्रयुक्त होत असते. या बलास अभिकेंद्री बल म्हणतात.

मुक्त पतन गुरुत्वीय त्वरण मुक्ति वेग और अभिकेंद्रीय बल का क्या अर्थ है?

Solution : जब कोई वस्तु मुक्त पटना में हो, अर्थात जब कोई वस्तु पृथ्वी के गुरुत्व-बल के अधीन गिरती है, तो उसके त्वरण को मुक्त पतन का त्वरण या गुरुत्वीय त्वरण कहते है।

मुक्त पतन से आप क्या समझते हैं बताइए?

Solution : जब भी कोई वस्तु केवल पृथ्वी के आकर्षण अर्थात् गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की ओर खिंचती है तो बह वस्तु मुक्त पतन में होती है। ऐसी वस्तु पर गुरुत्वीय त्वरण कार्य करता है।

मुक्त पतन का औसत त्वरण क्या है?

इसे १' द्वारा सूचित किया जाता है। पृथ्वी की सतह पर इसका मान 9.8 ms है।

मुक्त पतन में वस्तु का प्रारंभिक वेग कितना होता है?

उपरोक्त व्याख्या से, हम देख सकते हैं कि प्रारंभिक स्थिति में निकाय की गतिज ऊर्जा शून्य है। इस प्रकार एक मुक्त-पतन निकाय का कोई प्रारंभिक वेग नहीं होता है।