खंभे का घमंड कैसे दूर हुआ? - khambhe ka ghamand kaise door hua?

पापा खो गए

नाटक से

(1) नाटक में आपको सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों ?

Ans :- नाटक में सबसे बुद्धिमान पात्र कौआ है क्योंकि अन्तत: कौए ने ही लड़की के पापा को ढूंढने का उपाय बताया। उसी की योजना के कारण लैटरबक्स संदेश लिख पाता है।

(2) पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई ?

Ans :- पेड़ और खंभा दोनों पास-पास खड़े होते हैं। एक दिन जब ज़ोरों की आंधी आती है तब खंभा पेड़ के ऊपर गिरने से खुद को रोक नहीं पाता। उस वक्त पेड़ खंभे को संभाल लेता है और स्वयं ज़ख्मी हो जाता है। इसी कारण खंभे का गरूर भी खत्म हो जाता है। अन्तत: दोनों में दोस्ती हो जाती है।

(3) लैटरबक्स को सभी लाल नाऊ कहकर क्यों पुकारते थे ?

Ans :- लैटरबक्स ऊपर से नीचे तक पूरा सिर्फ़ लाल रंग का था। वह बड़ों की तरह बातें भी करता था इसीलिए सभी उसे लाल ताऊ कहकर पुकारते थे।

(4) लाल नाऊ किस प्रकार बाकि पात्रों से भिन्न है ?

Ans :- पूरे नाटक में केवल लाल ताऊ ही एक ऐसा पात्र है जिसे पढ़ना-लिखना आता है। बाकी पात्रों में से किसी को भी लिखना या पढ़ना नहीं आता है। उसे दोहे, भजन भी गाना आता है। लाल ताऊ के यही गुण उसे अन्य सभी पात्रों से भिन्न बनाते हैं।

(5) नाटक में बच्ची को बचानेवाले पात्रों में एक ही सजीब पात्र है। उसकी कौन – कौन सी आपको मजेदार  लगीं ? लिखिए।

Ans :- नाटक में बच्ची को बचाने वाले पात्रों में कौआ ही एक मात्र सजीव पात्र है। उसकी मज़ेदार बातें-

(i) ताऊ, एक जगह बैठे रहकर यह कैसे जान सकोगे? उसके लिए तो मेरी तरह रोज़ चारों दिशाओं में गश्त लगानी पड़ेगी, तब जान पाओगे यह सब।

(ii) लड़की के नींद से जग जाने तथा ”कौन बोल रहा” पूछने पर कहना- ”मैंनें नहीं की”।

(iii) ”वह दुष्ट है कौन? पहले उसे नज़र तो आने दीजिए।”

(iv) ”सुबह जब हो जाए तो पेड़ राजा, आप अपनी घनी छाया इस पर किए रहें। वह आराम से देर तक सोई रहेगी।

(6) क्या वजह थी कि सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुँचा पा रहे थे?

Ans :- सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर पर नहीं पहुँचा पा रहे थे। क्योंकि लड़की इतनी छोटी थी और इतनी भोली थी कि उसे अपने घर का पता, गली का नाम, सड़क का नाम, घर का नंबर यहाँ तक की अपने पापा का नाम तक नहीं मालूम था। ऐसी अवस्था में लड़की को उसके घर तक पहुँचाना संभव नहीं था।

अनुमान और कल्पना

(1)  अनुमान लगाइए कि जिस समय बच्ची को चारो ने उठाया होगा बह किस स्थिति में होगी? क्या वह पार्क / मैदान में खेल रही होगी या घर से रूठकर भाग गई होगी या कोई अन्य कारण होगा ?

(2) नाटक में दिखाई गई घटना को ध्यान में रखते हुए यह भी बताकर कि अपनी सुरक्षा के लिए आजकल बच्चे क्या – क्या क्र सकते हैं। संकेत के रूप नीचे कुछ उपाय सुझाए जा रहे हैं।  आप इससे अलग कुछ और उपाय लिखिए।

समूह में चलना

एकजुट होकर बच्चा उठानेवालों या ऐसी घटनाओं का विरोध करना।

अनजान व्यक्तियों से सावधानीपुर्बक मिलना।

भाषा की बात

(1)  आपने देखा होगा कि नाटक के बीच-बीच में कुछ निर्देश दिए गए हैं। ऐसे निर्देशों से नाटक के दृश्य स्पष्ट होते हैं, जिन्हें नाटक खेलते हुए मंच पर दिखाया जाता है, जैसे-‘सड़क/रात का समय…दूर कहीं कुत्तों के भौंकने की आवाज़।’ यदि आपको रात का दृश्य मंच पर दिखाना हो तो क्या-क्या करेंगे, सोचकर लिखिए।

(2) पाठ को पढ़ते हुए आपका ध्यान कई तरह के विराम चिह्नों की ओर गया होगा। अगले पृष्ठ पर दिए गए अंश से विराम चिह्नों को हटा दिया गया है। ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा उपयुक्त चिह्न लगाइए-

मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी अरे बाप रे वो बिजली थी या आफ़त याद आते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और बिजली जहाँ गिरी थी वहा खड्डा कितना गहरा पड़ गया था खंभे महाराज अब जब कभी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद हो आती है, अंग थरथर काँपने लगते हैं।

Ans :- मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी। अरे बाप रे! वो बिजली थी या आफ़त; याद आते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और बिजली जहाँ गिरी थी, वहाँ खड्डा कितना गहरा पड़ गया था। खंभे महराज! अब जब कभी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद आती है, अंग थरथर काँपने लगते हैं।

(3) आसपास की निर्जीव चीज़ों को ध्यान में रखकर कुछ संवाद लिखिए, जैसे-

चॉक का ब्लैक बोर्ड से संवाद

कलम का कॉपी से संवाद

खिड़की का दरवाज़े से संवाद

(4) उपर्युक्त में से दस – पंद्रह संवादों को चुने , उनके साथ दृश्यों की कल्पना करें और एक छोटा सा नाटक लिखने का प्रयास करें।  इस काम में अपने शिक्षक से सहयोग लें।


विषयसूची

  • 1 अंबे और पेड़ की दोस्ती कैसे हुई?
  • 2 पेड़ ने खंभे की मदद कैसे और क्यों की?
  • 3 भूत भूत कहकर कौन चिल्लाया?
  • 4 खंभे का घमंड कैसे दूर हुआ?

अंबे और पेड़ की दोस्ती कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंAnswer : एक बार जोरों की आँधी आने के कारण खंभा पेड़ के ऊपर गिर जाता है उस समय पेड़ उसे सँभाल लेता है और इस प्रयास में वह ज़ख्मी भी हो जाता है। इस घटना से खंभें में जो गुरुर होता है, वह खत्म हो जाता है और अंत में दोनों की दोस्ती हो जाती है।

खंभे को बरसात की रातें अच्छी क्यों नहीं लगती?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-8 खंभे को बरसात की रात क्यों पसंद नहीं थी? उत्तर – खंभे को बरसात की रात में भीगते हुए, तेज़ हवाओं में भी बल्ब को पकड़कर खड़ा रहना पड़ता था इसलिए उसे बरसात की रात पसंद नहीं थी।

पेड़ ने खंभे की मदद कैसे और क्यों की?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न: पेड़ ने खंभे को कैसे बचाया? उत्तर: जब खंभा तेज़ आँधी-पानी के तुफ़ान में गिरने लगता है तो पेड़ उसे सहारा देकर अपने ऊपर उसके भार को ले लेता है। ऐसा करने में वह जख्मी भी हो जाता है।

नाटक पापा खो गए के अंत में कौआ उस छोटी सी बच्ची को अपने पापा से मिलवाने के लिए सबको क्या योजना बताता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: नाटक में सबसे बुद्धिमान पात्र कौआ है क्योंकि अन्तत: कौए ने ही लड़की के पापा को ढूंढने का उपाय बताया। उसी की योजना के कारण लैटरबक्स संदेश लिख पाता है।

भूत भूत कहकर कौन चिल्लाया?

इसे सुनेंरोकेंदुष्ट आदमी से बच्ची को बचाने के लिए वही सबसे पहले भूत-भूत चिल्लाता है। उसी की योजनानुसार बालिका को उठानेवाला दुष्ट व्यक्ति भूत के डर से बालिका को छोड़कर भाग जाता है और उसी के परामर्श से बच्ची को सकुशल घर पहुँचाने के लिए पुलिस के आने का इंतजार करते हैं।

पापा खो गए पाठ का संदेश क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपाठ प्रवेश ( पापा खो गए ) इस एकांकी के जरिए लेखक ने इंसानों के अंदर की इंसानियत को जगाने की कोशिश की है। इस एकांकी में लेखक ने दिखाया है कि किस तरह एक आदमी के अंदर का शैतान कभी – कभी उस पर इतना हावी हो जाता है कि उसे ये पता होते हुए भी कि वह बुरा काम कर रहा है , वह उस बुरे काम को करना ही पसंद करता है।

खंभे का घमंड कैसे दूर हुआ?

इसे सुनेंरोकेंखंभे का घमंड कैसे टूटा? उत्तर: एक वदन की बात है ,जब तेज आाँधी आती है, तो खंभा खुद को पेड़ पि वगिने से नहीं िोक पाता है। उस समय पेड़ खंभे को संभालता है औि खुद को घायल कि लेता है। इस प्रकाि खंभें का अहंकाि भी खत्म हो गया है।

बच्चे उठाने वाला कोई और काम क्यों नहीं करना चाहता था?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: बच्चे उठानेवाला व्यक्ति अपने बारे में कहता है कि वह बच्चे उठाने के सिवा और कोई कार्य नहीं कर सकता है। लड़की की क्या दशा थी? Answer: लड़की गहरी नींद सो रही थी, उस पर बेहोशी का प्रभाव है।

पैर और खंभे की दोस्ती कैसे हुई?

2. पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई? उत्तर:- एक बार जोरों की आँधी आने के कारण खंभा पेड़ के ऊपर गिर जाता है उस समय पेड़ उसे सँभाल लेता है और इस प्रयास में वह ज़ख्मी भी हो जाता है। इस घटना से खंभें में जो गुरुर होता है, वह खत्म हो जाता है और अंत में दोनों की दोस्ती हो जाती है।

खंभा क्यों झुक गया था?

Solution : खंभा तेज बारिश और हवा के कारण झुक गया था

17 पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई?

पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई? Solution : एक बार जोरों की आँधी आने के कारण खंभा पेड़ के ऊपर गिर जाता है, उस समय पेड़ उसे सँभाल लेता है <br> और इस प्रयास में वह ज़ख्मी भी हो जाता है। इस घटना से खंभे में जो गुरुर होता है, वह खत्म हो जाता है और अंत में <br> दोनों की दोस्ती हो जाती है।

बहुत जोर की आंधी में जब खंभा गिर गया तब क्या हुआ?

एक दिन जब ज़ोरों की आंधी आती है तब खंभा पेड़ के ऊपर गिरने से खुद को रोक नहीं पाता। उस वक्त पेड़ खंभे को संभाल लेता है और स्वयं ज़ख्मी हो जाता है। इसी कारण खंभे का गरूर भी खत्म हो जाता है। अन्तत: दोनों में दोस्ती हो जाती है।