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Home कृष्ण ने नंद बाबा की दुहाई देकर दाँव क्यों दिया? Question कृष्ण ने नंद बाबा की दुहाई देकर दाँव क्यों दिया? (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});Open in App Solution कृष्ण ने नंद बाबी की दुहाई देकर यह निश्चित किया कि वह अपनी बारी देंगे और सबको हारकर ही रहेंगे। नंद उनके पिता है। अतः पिता का नाम लेकर वह झूठ नहीं बोलेंगे और सब उनकी बात मान जाएँगे। इसलिए उन्होंने नंद बाबा की दुहाई दी।Suggest Corrections 1 Same exercise questions Q. 'दोपहर का भोजन' शीर्षक किन दृष्टियों से पूर्णतया सार्थक है? Q. उनका दांपत्य जीवन किस प्रकार आधुनिक दंपतियों को प्रेरणा प्रदान करता है? Q. 'मोम के बंधन' और 'तितलियों के पर' का प्रयोग कवयित्री ने किस संदर्भ में किया है और क्यों? Q. कविता में 'अमरता-सुत' का संबोधन किसके लिए और क्यों आया है? Q. कवि चेतन से फिर जड़ होने की बात क्यों कहता है? View More कृष्ण ने नंद बाबा की दुहाई देकर दिल क्यों दिया?कृष्ण ने नंद बाबी की दुहाई देकर यह निश्चित किया कि वह अपनी बारी देंगे और सबको हारकर ही रहेंगे। नंद उनके पिता है। अतः पिता का नाम लेकर वह झूठ नहीं बोलेंगे और सब उनकी बात मान जाएँगे। इसलिए उन्होंने नंद बाबा की दुहाई दी।
कृष्ण के अधरों की तुलना में से क्यों की गई है?उत्तर: कृष्ण के अधरों की तुलना सेज से इसलिए की गई है क्योंकि कृष्ण के अधर और सेज की कोमलता बिल्कुल एक जैसी है। जिस प्रकार सेज पर मनुष्य निद्रा करता है ठीक उसी प्रकार कृष्ण के अधरों का काम बांसुरी की निद्रा है। प्रश्न 8.
खेल में कृष्ण के रूठने पर उनके साथियों ने उन्हें डांटते हुए क्या क्या तर्क दिए?(घ) तुम यदि खेलते समय बेईमानी करोगे, तो कोई तुम्हारे साथ नहीं खेलेगा।
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