न्यूयॉर्क में बना था पहला इस्कॉन मंदिर Show इस्कॉन का यह पहला मंदिर है। इसे 1966 में बनाया गया था। और यही इसे इस्कॉन की शुरुआत भी हुई थी। जिसके हरे कृष्ण आंदोलन भी कहा जाता है। इस समय दुनिया भर में इस्कॉन के 500 से ज्यादा केंद्र हैं। व्रत पारण का शुभ मुहूर्त जन्माष्टमी के दिन लोग फलहार व्रत रखते हैं। व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में ही किया जाना चाहिए। श्री कृष्ण चन्द्र कृपालु भजमन श्री कृष्ण चन्द्र कृपालु भजमन, नन्द नन्दन सुन्दरम्। अशरण शरण भव भय हरण, आनन्द घन राधा वरम्॥ सिर मोर मुकुट विचित्र मणिमय, मकर कुण्डल धारिणम्। मुख चन्द्र द्विति नख चन्द्र द्विति, पुष्पित निकुंजविहारिणम्॥ मुस्कान मुनि मन मोहिनी, चितवन चपल वपु नटवरम्। वन माल ललित कपोल मृदु, अधरन मधुर मुरली धरम्॥ वृषुभान नंदिनी वामदिशि, शोभित सुभग सिहासनम्। ललितादि सखी जिन सेवहि, करि चवर छत्र उपासनम्॥ ॥ हरि: ॐ तत् सत् ॥ श्री कृष्ण चालीसा के लिरिक्स ॥ दोहा ॥ बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम। चौपाई जय यदुनन्दन जय जगवन्दन।जय वसुदेव देवकी नन्दन॥ लगत-लगत ब्रज चहन बहायो।गोवर्धन नखधारि बचायो॥ 'आरती कुंज बिहारी की' के लिरिक्स आरती कुंजबिहारी की, गले में बैजंती माला, जहां ते प्रकट भई गंगा, चमकती उज्ज्वल तट रेनू, चंडीगढ़ और देहरादून में शुभ मुहूर्त चंडीगढ़: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:05 बजे से मध्य रात्रि 12:49 तक जयपुर और हैदराबाद में शुभ मुहूर्त जयपुर: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:09 से मध्य रात्रि 12:53 हैदराबाद: 19 अगस्त रात 11:57 से मां की रात्रि 12:43 चेन्नई: 19 अगस्त रात 11:50 से मध्य रात्रि 12:36 तक पुणे: 19 अगस्त मध्य रात्रि
12:16 से मध्य रात्रि 01:01 मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता में शुभ मुहूर्त मुंबई: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:20 से मध्य रात्रि 01:05 बेंगलुरु: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:01 से मध्य रात्रि 12:46 कोलकाता: 19 अगस्त रात 11:18 से मध्यरात्रि 12:03 अहमदाबाद: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:21 से मध्य रात्रि 1:06 दिल्ली एनसीआर में पूजा का शुभ मुहूर्त हिंदू
शास्त्रों के मुताबिक जन्माष्टमी पर नीशीथ काल में भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। जानिए दिल्ली एनसीआर का शुभ मुहूर्त नोएडा: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:03 से मध्य रात्रि 12:46 गाजियाबाद: 19 अगस्त मध्य रात्रि 12:03 से मध्य रात्रि 12:46 Janmashtami 2022: भगवान को लगाएं ये भोग पंचामृत में मक्खन और मिश्रि मिलाएं और धनिया की पंजीरी के साथ फल आदि चढ़ा कर भगवान को भोग लगाएं। इसके बाद आप आरती करें। इसके बाद भगवान का प्रसाद खुद भी खाएं और दूसरों को भी बांटें। शंख से देना चाहिए अर्घ्य जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के अभिषेक के बाद शंख से अर्घ दें चाहिए। शंख में सुगंधित जल भरें और अर्घ दें। अर्घ के बाद षोडशोपचार विधि से भगवान की पूजा करें। जन्माष्टमी में काले रंग से रहें दूर मान्यताओं और
शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को भूलकर भी काले रंग की चीजें अर्पित नहीं करें। इस दिन काले रंग के कपड़े पहनकर भी पूजा करना चाहिए। काला रंग शनि से संबंधित है और यह अशुभ माना जाता है। कर्क राशि वालों को वाणी से मिलेगा लाभ जन्माष्टमी के दिन कर्क राशि के जातकों को वाणी से लाभ होगा। बुध वाणी का कारक ग्रह है। इसके अलावा वह वाहन खरीद सकते हैं। कर्क राशि के जातक व्यवसाय में सफल रहेंगे। आज हरा रंग शुभ है और गाय को गुड़ खिलाएं। Janmashtami 2022: श्री कृष्ण को लगाएं इस चीज का भोग कृष्ण जन्मोत्सव पर सिंह राशि के जातकों को पूजा के समय माखन-मिश्री का भोग लगाना चाहिए। Janmashtami 2022 पर श्री कृष्ण को लगाएं इस चीज का भोग वृष राशि के जातक श्री कृष्ण को लगाएं माखन का भोग। Janmashtami 2022 Manihari Ka Bhes Banaya Shyam Chudi Bechne Aaya मनिहारी का भेस बनाया, झोली कंधे धरी, छलिया का भेस बनाया, राधा ने सुनी, छलिया का भेस बनाया, चूड़ी लाल नहीं पहनू, छलिया का भेस बनाया, राधा पहनन लगी, छलिया का भेस बनाया, राधे कहने लगी, छलिया का भेस बनाया, मनिहारी का भेस बनाया, छलिया का भेस बनाया, मनिहारी का भेस बनाया, छलिया का भेस बनाया, Janmashtami 2022 श्रीकृष्ण के जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है, जिनमें जीवन को सफल और सुखी बनने की सीख भी शामिल है। यहां देखें श्री कृष्ण और क्या-क्या सीख देते हैं। Lessons given by lord krishna Janmashtami 2022 Puja Muhurat: यहा देखें पूजा के लिए मुहूर्त कृष्ण जन्माष्टमी पर नीशीथ काल में श्री कृष्ण की पूजा करने का विधान है। यहां देखें आपके शहर में पूजा के लिए मुहूर्त कब है... Janmashtami 2022 Puja Shubh Muhurat Today गीता का ये मंत्र है बहुत प्रभावशाली क्रोधाद्भवति संमोह: संमोहात्स्मृतिविभ्रम:। Janmashtami 2022: आज करें यह उपाय मेष राशि के जातकों को आज कृष्ण जन्माष्टमी पर गेहूं का दान देना चाहिए। माना जाता है कि यह उपाय करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। 2022 में कृष्ण पूजा कब है?Krishna Janmashtami 2022 Date: इस बार 18 और 19 अगस्त दो दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी. आइए आपको पूजा के लिए शुभ मुहूर्त, पूजा की विधि और स्पेशल भोग की रेसिपी बताते हैं.
कृष्ण भगवान का पूजा कब है?इस साल रोहिणी नक्षत्र 20 अगस्त 2022 को सुबह 1 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा और 21 अगस्त 2022 को सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर खत्म होगा. बता दें कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था जिस कारण जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र का काफी महत्व होता है.
कृष्ण भगवान का व्रत कैसे रखते हैं?कृष्णा जन्माष्टमी के दिन भक्त आधी रात तक उपासक उपवास रखते हैं. इस दिन मंदिरों को सजाया जाता है और कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल को पालने पर रखकर झूला झुलाया जाता है। आधी रात को भगवान कृष्ण के जन्म के समय आरती करने के बाद प्रसाद बांटा जाता है.
भगवान श्री कृष्ण का जन्म कितने बजे होगा?अवतरण एवं महाप्रयाण कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र के दिन रात्री के १२ बजे हुआ था ।
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