एट्रियल फिब्रिलेशन को आमतौर पर अनियमित दिल की धड़कन के रूप में जाना जाता है जो रक्त के थक्के, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और अन्य समान हृदय जटिलताओं को जन्म दे सकता है। सामान्य रूप में यह जीवन के लिए कोई खतरा नहीं है। लेकिन ध्यान ना देने या वक़्त पर उपचार ना लेने से उपर्युक्त जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए डॉक्टर से तत्काल सलाह लेना आवश्यक है। अधिकांशतः 65 वर्ष से ऊपर के लोगों में इसका खतरा अधिक पाया जाता है, हालाँकि किसी भी आयु वर्ग के लोगों को यह प्रभावित कर सकता है। Show एट्रियल फिब्रिलेशन के लक्षण क्या हैं?
एट्रियल फिब्रिलेशन के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
एट्रियल फिब्रिलेशन के कारण क्या हैं?
एट्रियल फैब्रिलेशन से संबंधित खतरा क्या है?
एट्रियल फिब्रिलेशन से संबंधित जटिलताएँ क्या है?
एट्रियल फिब्रिलेशन को रोकने के विभिन्न उपाय क्या हैं?
एट्रियल फिब्रिलेशन का निदान कैसे करें?
एट्रियल फिब्रिलेशन के लिए विभिन्न उपचार विधियां क्या हैं?
प्रो. (डॉ) विवेक चतुर्वेदी, सीन्यर कन्सल्टन्ट – कार्डियोलॉजी – अडल्ट, कार्डियोलॉजी – पीडिऐट्रिक्स, डायरेक्टर – इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी, नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम atrial fibrillationatrial fibrillation causesatrial fibrillation preventionatrial fibrillation risk factorsatrial fibrillation symptomsatrial fibrillation treatmenttypes of atrial fibrillation दिल की धड़कन को तुरंत कैसे रोकें?दिल की धड़कन नियंत्रित करने के लिए थोड़ा पानी पीजिए खूब ठंडे पानी की कुछ घूंट पीना भी आपको हृदय की धड़कन ठीक करने में सहायता करता है। कुछ लोगों के मामले में पानी पीने से तेज चलती दिल की धड़कन तुरंत रुक जाती है। अलग-अलग व्यक्तियों में प्रतिक्रिया अलग होती है। कुछ लोगों में थोड़ा समय लग सकता है।
दिल की धड़कन को कैसे कम करें?दिल की धड़कन(पल्पिटेशन्स) के जोखिम को कम करने के लिए आप निम्न में से कुछ उपायों से शुरुआत कर सकते हैं:. धूम्रपान छोड़ना. संतुलित आहार लेना. खुद को हाइड्रेट रखना. पर्याप्त आराम और नींद लेना. तनाव कम करना. नियमित रूप से व्यायाम करना. कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थों का सेवन कम करना. शराब का सेवन सीमित करना. दिल की धड़कन तेज हो जाए तो क्या खाना चाहिए?अगर खाना खाने के बाद आपके हार्ट की धड़कन तेज हो जाती है, तो आपको अपना खानपान बदलना होगा। आपको अपने खाने में अधिक मात्रा में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फलों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा खाने में तेल की मात्रा का बेहद कम करना होगा और हो सके तो रोज दिन या दो. चार दिन में अलग.
दिल की धड़कन अचानक तेज क्यों हो जाती है?कई बार जब आप आपने खाने में बहुत ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना खाते हैं तो आपकी दिल की धड़कन तेज हो जाती है. इसके अलावा आपको हार्ट संबंधित कोई समस्या पहले से हो या फिर आप बहुत अधिक कैफीन, निकोटीन या अल्कोहल का सेवन करते है, तो इस कारण भी खाना खाने के बाद आपकी हार्ट की धड़कन तेज हो सकती है.
|