इंग्लैंड में ऊँचे घरानों में घरेलू नौकरों का परिचय कैसे कराया जाता था? - inglaind mein oonche gharaanon mein ghareloo naukaron ka parichay kaise karaaya jaata tha?

विषयसूची

  • 1 इंग्लैंड में ऊंचे घरानों में घरेलू नौकरों का परिचय कैसे कराया जाता था?
  • 2 आश्रम के निर्माण के समय लोग कहाँ सोते थे?
  • 3 महात्मा गांधी जेल क्यों गए थे?
  • 4 धर्म के संबंध में गांधीजी के क्या विचार थे?
  • 5 उबला हुआ खाना खाने से क्या होता है?
  • 6 गांधी जी ने एक नवागत के बिस्तर को स्वयं क्यों उठाया था?

इंग्लैंड में ऊंचे घरानों में घरेलू नौकरों का परिचय कैसे कराया जाता था?

इसे सुनेंरोकेंगांधी ने देखा कि इंग्लैंड में ऊँचे घरानों में घरेलू नौकरों को परिवार का आदमी माना जाता था। एक बार एक अंग्रेज़ के घर से विदा लेते समय उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि घरेलू नौकरों का उनसे परिचय नौकरों की तरह नहीं बल्कि परिवार के सदस्य के समान कराया गया।

आश्रम के निर्माण के समय लोग कहाँ सोते थे?

इसे सुनेंरोकेंSolution. आश्रम के निर्माण के समय वहाँ आने वाले मेहमानों को तंबुओं में सोना पड़ता था। एक नवागत को पता नहीं था कि अपना बिस्तर कहाँ रखना चाहिए, इसलिए उसने बिस्तर को लपेटकर रख दिया और यह पता लगाने गया कि उसे कहाँ रखना है। लौटते समय उसने देखा कि गांधी जी खुद उसका बिस्तर कंधे पर उठाए रखने चले जा रहे हैं।

महात्मा गांधी का धर्म क्या था?

महात्मा गांधी
धार्मिक मान्यता हिन्दू धर्म
जीवनसाथी कस्तूरबा गाँधी
बच्चे हरिलाल मोहनदास गाँधी, मणिलाल गाँधी, रामदास गाँधी, देवदास गाँधी
माता-पिता करमचंद गाँधी पुतलीबाई करमचंद गाँधी

महात्मा गांधी जेल क्यों गए थे?

इसे सुनेंरोकें18 मार्च 1922 को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को असहयोग आंदोलन (Non-Cooperation Movement) के लिए अंग्रेजों ने देशद्रोह के आरोप में 6 साल के कारावास की सजा दी थी.

धर्म के संबंध में गांधीजी के क्या विचार थे?

इसे सुनेंरोकेंमहात्मा गांधी इस बात को बड़े अच्छे तरीके से कहते हैं कि धर्मविहीन राजनीति ‘सेवेंथ सिन’ (घोर पाप ) के समान है। गांधीजी ने राजनीति को धर्म से अलग करने के सुझाव को अस्वीकृत कर दिया, क्योंकि उन्होंने लोगों की आजीवन सेवा के माध्यम से सत्य की तलाश के रूप में धर्म को एक नई परिभाषा दी।

गांधी जी भारत कब लौटे थे?

इसे सुनेंरोकेंएक भारतीय बैरिस्टर के रूप में साउथ अफ्रीका से आने पर 9 जनवरी, 1915 में महात्मा गांधी जी का स्वागत हुआ था।

उबला हुआ खाना खाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंउबली हुई चीजें खाने से से पेट भी हल्का रहता है। क्योंकि उबले हुए भोजन में जटिल यौगिक सरल रूप में आ जाते हैं और उबली हुई सब्जियों को आसानी से पचाया भी जा सकता है। बुखार, दस्त या स्वास्थ्य खराब होने व अन्य समस्या के दौरान भी उबला हुआ भोजन आपके लिए फायदेमंद होता है।

गांधी जी ने एक नवागत के बिस्तर को स्वयं क्यों उठाया था?

इसे सुनेंरोकेंएक नवागत को पता नहीं था कि अपना बिस्तर कहाँ रखना चाहिए, इसलिए उसने बिस्तर को लपेटकर रख दिया और यह पता लगाने गया कि उसे कहाँ रखना है। लौटते समय उसने देखा कि गांधी जी खुद उसका बिस्तर कंधे पर उठाए रखने चले जा रहे हैं। गांधी जी को अपने काम के लिए दूसरों को परेशान करना पसंद नहीं था।

इंग्लैंड में ऊंचे घरानों में घरेलू नौकरों का परिचय कैसे कराया जाता था?

जिस ज़माने में वे बैरिस्टरी से हज़ारों रुपये कमाते थे, उस समय भी वे प्रतिदिन सुबह अपने हाथ से चक्की पर आटा पीसा करते थे । चक्की चलाने में कस्तूरबा और उनके लड़के भी हाथ बँटाते थे। इस प्रकार घर में रोटी बनाने के लिए महीन या मोटा आटा वे खुद पीस लेते थे।

आश्रम के निर्माण के समय लोग कहाँ सोते थे?

सोना पड़ता था। एक नवागत को पता नहीं था कि अपना बिस्तर कहाँ रखना चाहिए, इसलिए उसने बिस्तर को लपेटकर रख दिया और यह पता लगाने गया कि उसे कहाँ रखना है। लौटते समय उसने देखा कि गांधी खुद उसका बिस्तर कंधे पर उठाए रखने चले जा रहे हैं। आश्रम के लिए बाहर बने कुएँ से पानी खींचने का काम भी वे रोज़ करते थे

साबरमती आश्रम में कौन कौन से कार्य करने होते थे?

यहां शिक्षा के साथ ही कृषि से जुड़ी बातें, मानव श्रम की महत्ता से लोगों को अवगत कराया जाता था। इसके साथ ही गांधीजी ने ग्रामोद्योग और खादी के प्रचलन को बढ़ाने के लिए बहुत कार्य किया। इस आश्रम में गांधीजी चरखा चलाकर खादी के वस्त्र बनाते थे, साथ ही दूसरों को सिखाते भी थे

बच्चे के पालन पोषण के लिए गांधी जी को क्या आवश्यक लगता था?

वे स्पष्टवादी, व्यवहार-कुशल एवं अनुशासित महिला थीं। उच्चतर शिक्षा के लिए गाँधीजी के लंदन जाने के बाद कस्तूरबा गाँधी ने भारत में अकेले रह कर अपने नवजात शिशु - हरिलाल का पालन-पोषण किया।