Bharat ka sabse bada bank kaun sa hai, एक समय था जब भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था और हमारे देश के हर घर में अथाह पैसा व सोना हुआ करता (India ka sabse bada bank kaun sa hai) था। Show
यदि हम उस समय हर भारतीय के घर को एक ही छोटे से बैंक की उपाधि दे दे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। इसी कारण विदेशों से असंख्य की मात्रा में आक्रांता (Bharat ka sabse bada bank ka naam) आये और हमारे लोगों का रक्त बहाकर सब कुछ लूट कर चले गए। ऐसे में यदि हम भारत के प्रथम बैंक की बात करे तो वह बैंक ऑफ हिंदुस्तान था जो वर्ष 1770 में खुला था। इसके बाद ब्रिटिश काल में भारत में कई बैंक खोले गए जिन्हें बाद में इम्पीरियल बैंक नाम (India ka sabse bada bank konsa hai) दिया गया। उसके बाद जब देश स्वतंत्र हुआ तो भारत की बैंकिंग प्रणाली में क्रांति सी आ गयी। आज भारत में सरकारी, निजी व ग्रामीण बैंक मिलाकर करीब 70 से अधिक बैंक काम कर रहे हैं। ऐसे में यदि आप भी भारत के सबसे बड़े बैंक के बारे में जानना चाहते हैं तो आज हम आपके सामने इसी का रहस्य खोलेंगे। इतना ही नही हम आपको स्वतंत्रता के पहले भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा (Bharat ka sabse bada bank konsa hai) था, स्वतंत्र होने के बाद आज तक कौन सा बैंक सबसे बड़ा रहा, 2022 में अर्थात वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है, भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक कौन सा है, भारत का सबसे बड़ा निजी बैंक कौन सा है इत्यादि कई चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे। आप इस लेख में मुख्यतया यह जानने आये हैं कि भारत में जितने भी बैंक हैं फिर चाहे वह सरकारी हो या निजी या ग्रामीण या कोई ओर, उन सभी को मिलाकर भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है और वो भी 2022 में। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि भारतीय बैंकिंग प्रणाली में सभी तरह के बैंकों को मिला दिया (Hindustan ka sabse bada bank kaun sa hai) जाए तो उसमे से उभर कर सबसे बड़ा बाहुबली कौन होगा जो उन सभी का महाराज कहलायेगा। भारत की सबसे बड़ी बैंक जानने से पहले आपका यह जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार भारत में वर्तमान में कितने प्रकार के बैंक कार्यरत हैं और उनकी संख्या क्या हैं। इससे आप बेहतर तरीके से जान पाएंगे कि कौन सा बैंक भारत का सबसे बड़ा बैंक हैं और उसकी महत्ता क्या हैं। इसलिए आइए एक-एक करके इनके बारे में जानते हैं।
भारत में सरकारी बैंकों की संख्या (Bharat me sarkari bank kitne hai)सरकारी बैंक को एक तरह से पब्लिक सेक्टर के बैंक भी कह दिया जाता है अर्थात सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक। वह इसलिए क्योंकि सरकार जनता के द्वारा चुनी जाती हैं तथा वह जो भी कार्य करती हैं वह सब उसी देश की जनता के द्वारा दिया गया कर होता है (India me kitne government bank hai)। ऐसे में उसके स्वामित्व वाली हर वस्तु भी जनता की अर्थात सार्वजनिक हुई। इसलिए सरकारी बैंकों को सार्वजनिक बैंक के नाम से भी जाना जाता है। भारत देश में समय समय पर कई सरकारी बैंक खुले तो कई बैंकों का दूसरे बड़े सरकारी बैंक में विलय कर दिया गया। इस कारण इन सरकारी बैंकों की संख्या कभी घटती तो कभी बढ़ती थी। वर्तमान भारत सरकार के द्वारा कई सरकारी बैंकों का उनसे बड़े सरकारी बैंकों में विलय किया गया हैं और वह आगे भी कई सरकारी बैंकों का आपस में विलय करेगी।
इसलिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो आज की स्थिति में अर्थात वर्ष 2022 में भारत में कुल 12 सरकारी बैंक कार्यरत हैं। इन बैंकों के नाम हैं:
तो यदि हम आज की बात करेंगे तो भारत देश में सरकारी बैंकों की संख्या 12 रह गयी हैं। इसी के साथ आने वाले समय में केंद्र सरकार इन सरकारी बैंकों का भी आपस में विलय कर मुख्य रूप से 4 से 5 सरकारी बैंक ही रखेगी।
भारत में प्राइवेट बैंकों की संख्या (Bharat me private bank kitne hai)अब तक हमने भारत के सभी निजी बैंकों के बारे में जाना लेकिन जब तक बात निजी बैंकों की ना की जाए तब तक यह जानकारी अधूरी ही रहेगी। ऐसे में आपको भारत के सभी निजी बैंकों की संख्या के बारे में जानना भी उतना ही आवश्यक हैं जितना कि (India me kitne private bank hai) सरकारी बैंकों की संख्या के बारे में जानना। इसलिए साल 2022 तक भारत के प्राइवेट बैंकों की संख्या 21 हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि वर्तमान समय में भारत में 21 निजी बैंक या प्राइवेट सेक्टर के बैंक कार्यरत हैं। इन बैंकों में से कुछ प्रमुख प्राइवेट बैंक हैं:
इसके अलावा कुछ अन्य निजी बैंक भी हैं जो ऊपर दिए गए जितने बड़े नही हैं। जैसे कि जम्मू व कश्मीर बैंक, कर्नाटक बैंक, नैनीताल बैंक, धनलक्ष्मी बैंक, बंधन बैंक इत्यादि। यह सभी बैंक भारत के प्राइवेट सेक्टर बैंक के नाम से जाने जाते हैं।
भारत में ग्रामीण बैंकों की संख्या (Bharat mein kitne gramin bank hai)तीसरे नंबर पर आते हैं भारत के ग्रामीण क्षेत्र के बैंक। यह बैंक भी सरकारी बैंक ही होते हैं लेकिन इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर नही बल्कि राजकीय स्तर पर खोला जाता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि भारत के जितने भी ग्रामीण क्षेत्र के बैंक हैं वे आते तो भारत सरकार के (Bharat mein kitne kshetriya gramin bank hai) अंतर्गत हैं लेकिन उनमे राज्य सरकारों की भी भागीदारी होती हैं। ऐसे में ग्रामीण बैंक किसी राज्य विशेष का होता हैं और उसकी सभी शाखाएं केवल उसी राज्य में ही पाई जाती हैं। उदाहरण के तौर पर कुछ राज्यों के ग्रामीण बैंकों के नाम इस प्रकार हैं:
इस तरह हर राज्य के क्षेत्रफल, वहां की जनसंख्या, लोगों के पास पैसा तथा विकास को देखकर ग्रामीण बैंक खोले जाते हैं। वर्ष 2022 तक भारत के सभी राज्यों के ग्रामीण बैंकों की संख्या को मिला दिया जाए तो वह 43 होगी।
भारत की सबसे बड़ी बैंक कौन सी है 2022 में (Bharat ka sabse bada bank ka naam)चलिए अब तक तो आपने जान लिया कि भारत में किस क्षेत्र के कितने बैंक काम कर रहे हैं। अब हमें यह जानना हैं कि इन सभी में से भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है। इसलिए यदि भारत के सबसे बैंक बैंक की बात की जाए तो उसमे नाम आता हैं भारतीय स्टेट बैंक का जिसे हम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या एSBIआई के नाम से भी जानते हैं। यह भारत का एक प्रमुख सरकारी बैंक हैं और आज तक का सबसे बड़ा भारतीय बैंक भी। अन्य कोई भी सरकारी, निजी या ग्रामीण बैंक स्टेट बैंक ऑफ इद्निया के आसपास भी नज़र नही आता। इसकी आय, लाभ, एसेट, संपत्ति, बाजार में प्रभुत्व, इत्यादि हर चीज़ में भागीदारी सबसे अधिक हैं। आइए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सबसे बड़े भारतीय बैंक होने के बारे में कुछ आंकड़ों को जाने।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारत का सबसे बड़ा बैंक क्यों हैअब आपने यह तो जान लिया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ही भारत का सबसे बड़ा बैंक हैं लेकिन आपके मन में यह भी प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर यह सबसे बड़ा भारतीय बैंक कैसे है। आखिरकार SBI का रेवेन्यु कितना है या इसकी कुल संपत्ति क्या है या फिर इसकी कितनी शाखाएं हैं इत्यादि। तो चलिए एक एक करने इन सभी प्रश्नों के उत्तर भी जाल लेते हैं ताकि आपकी सभी शंकाओं पर पूर्ण विराम लग जाए।
तो अभी तक आपको SBI के सबसे बड़े भारतीय बैंक होने के बारे में अच्छे से पता चल गया होगा। साथ ही यह भी पता चल गया होगा कि भारत का अन्य कोई भी बैंक SBI से बड़ा होना तो दूर बल्कि उसके आसपास भी नही ठहरता। दरअसल SBI के भारत के सबे बड़े बैंक होने के कुछ कारण भी हैं। आइए उसके बारे में भी जान लेते हैं।
भारतीय स्टेट बैंक भारत का सबसे बड़ा बैंक कैसे बनाभारत सरकार के अंतर्गत कई सरकारी बैंक आते हैं। इसके साथ ही भारत में कई निजी बैंक भी इतने सालों से काम कर रहे हैं लेकिन ऐसा क्या रहा कि SBI बैंक ही भारत का सबसे बड़ा बैंक है। साथ ही सबसे बड़ा बैंक तो ठीक है लेकिन इतना बड़ा बैंक की इसके आसपास भी कोई अन्य बैंक नही है। दरअसल इसका सबसे प्रमुख और एकमात्र कारण एक ही हैं और वह है समय-समय पर अन्य छोटे या माध्यम आकर के सरकारी बैंकों, SBI के ही कई सहयोगी बैंकों, कुछ छोटे निजी बैंकों इत्यादि का SBI में विलय कर देना। हाल ही में भारत सरकार के द्वारा SBI में कई सरकारी बैंकों का विलय किया गया हैं। इसलिए समय समय पर होते कई बैंकों के विलय के कारण SBI देश का नंबर ओने बैंक रहा।
ऐसे में यह भी जान लेते हैं कि किन बैंकों का सरकार ने SBI में विलय किया था। आइए उनकी सूची देखें:
तो यह थे कुछ बैंक जिनका समय समय पर SBI बैंक के अंदर विलय कर दिया गया।
आजादी से पहले भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा थायदि गुलाम भारत की बात की जाए तो उस समय भारत में कई बैंक थे लेकिन ब्रिटिश सरकार ने 1921 के एक अधिवेशन में कई बैंकों का एक बैंक में विलय कर दिया था। उसके बाद उस बैंक को इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया का नाम दिया गया था जो आजादी से पहले भारत का सबसे बड़ा बैंक था। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इसी इम्पीरियल बैंक को आजादी के बाद भारत की नेहरु सरकार के द्वारा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बदल दिया गया। कहने का अर्थ यह हुआ कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का पुराना नाम इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया था जिसे बाद में बदल कर भारतीय स्टेट बैंक कर दिया गया।
आजादी के बाद भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा थावर्ष 1955 में भारत की नेहरु सरकार के द्वारा जब इम्पीरियल बैंक को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बदल कर इसे एक सरकारी बैंक बना दिया गया तब से आज तक यही भारत का सबसे बड़ा बैंक रहा है। इसी के साथ-साथ समय समय पर हुए अन्य बैंकों के SBI में विलय के कारण भी इसे भारत का सबसे बड़ा बैंक बनाए रखा। भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक कौन सा है (Bharat ka sabse bada government bank)भारत का सबसे बड़ा बैंक SBI है जो कि एक सरकारी बैंक है। तो इसका अर्थ हुआ भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ही हुआ जिसके आसपास कोई अन्य सरकारी बैंक नही है। हालाँकि SBI के बाद दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक है व तीसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक केनरा बैंक है।
भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक कौन सा है (Bharat ka sabse bada private bank)अभी तक आपने भारत का सबसे बड़ा बैंक जान लिया जो कि एक सरकारी बैंक हैं लेकिन आपके मन में भारत के सबसे बड़े निजी बैंक का नाम जानने को लेकर भी जिज्ञासा होगी। तो आपकी जिज्ञासा पर विराम लगाते हुए हम बता दे कि भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर का बैंक HDFC बैंक (India ka sabse bada private bank kaun sa hai) है। HDFC बैंक की स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी और इसका मुख्यालय भी महाराष्ट्र के मुंबई शहर में स्थित है। देशभर में HDFC की 5,608 शाखाएं काम करती हैं और इसका कुल रेवेन्यु 20 बिलियन US डॉलर अर्थात 155,855 करोड़ रुपए है। साथ ही यदि बात इसके एसेट के मूल्य की की जाए तो वह 240 बिलियन US डॉलर अर्थात 1,799,506 करोड़ रुपए है। प्रश्न: वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है?उत्तर: वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है। प्रश्न: भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक कौन सा है?उत्तर: भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक HDFC बैंक है। प्रश्न: देश का नंबर वन बैंक कौन सा है?उत्तर: देश का नंबर वन बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है। प्रश्न: भारत में निजी बैंकों की संख्या कितनी है?उत्तर: वर्ष 2021 के आंकड़ों के अनुसार भारत में निजी बैंकों की संख्या 21 है। प्रश्न: भारत का पहला बैंक कौन सा है?उत्तर: भारत का सबसे पहला बैंक बैंक ऑफ हिंदुस्तान है जिसकी स्थापना वर्ष 1770 में हुई थी। प्रश्न: सरकारी बैंकों की संख्या कितनी है?उत्तर: भारत में सरकारी बैंकों की कुल संख्या 12 है। तो आज आपने भारत के सबसे बड़े बैंक के बारे में विस्तार से जाना तथा साथ ही कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अर्जित की। इसके अलावा आपने भारत के अन्य क्षेत्रों में सबसे बड़े बैंक के नाम भी जाने और उनके बारे में कुछ मूलभूत जानकारी एकत्र की। भारत में सबसे बड़ी सरकारी बैंक कौन सी है?सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना वाणिज्यिक बैंक (Commercial Bank) है। इस बैंक की स्थापना वर्ष 1911 में हुई थी। केनरा बैंक (Canara Bank) वर्ष 1906 में स्थापित सबसे बड़े राष्ट्रीयकृत सार्वजनिक क्षेत्र (Nationalized Public Sector) के बैंकों में से एक है।
वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है?भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल, 1935 को हुई।
सरकारी सबसे अच्छा बैंक कौन सा है?भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई). सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया. बैंक ऑफ इंडिया. बैंक ऑफ महाराष्ट्र. यूको बैंक. पंजाब एंड सिंध बैंक. इंडियन ओवरसीज बैंक. बैंक ऑफ बड़ौदा (देना बैंक और विजया बैंक के विलय के बाद). भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक कौन है?(2022) में प्राइवेट बैंक कौन कौन सी है?. Axis Bank. Axis Bank के बारे में. HDFC Bank.. ICICI Bank.. IndusInd Bank.. Jammu and Kashmir bank.. Karnataka Bank.. Kotak Mahindra Bank.. Bandhan Bank.. |