अगर आप स्मूदनिग कर रहे हैं तो याद रहे कि बालों मे आयरनिंग नहीं होती है। इसमे केवल बालों का टैक्सचर इम्प्रूव होता है। वैव 50 से 60 प्रतिशत तक बना रहता है। कुछ महिलाओं को स्मूदनिंग कराना पसंद होता है। Show
बालों का स्टाइल, कलर और लुक बदलने के लिए आजकल लड़कियों में हेयर रिबॉन्डिंग (Hair Rebonding) का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हेयर रिबॉन्डिंग की मदद से बालों को स्ट्रेट, शाइनी और स्मूथ किया जाता है। मोटे, घुंघराले और कर्ली बालों के लिए यह ट्रीटमेंट फायदेमंद माना जाता है। यह एक ट्रीटमेंट है जिसमें तमाम केमिकल्स का प्रयोग कर बालों को नया लुक, स्टाइल और कलर दिया जाता है। इस प्रक्रिया को केमिकल स्ट्रेटनिंग भी कहते हैं। अधिकांश महिलाएं रेशमी, मुलायम और सीधे बालों के लिए इस ट्रीटमेंट का सहारा लेती हैं। हेयर रिबॉन्डिंग कैसे की जाती है? इसके फायदे और नुकसान क्या हैं और हेयर रिबॉन्डिंग के बाद बालों का ध्यान कैसे रखें? इस लेख में आइये जानते हैं इस सब सवालों के बारे में। कैसे होती है हेयर रिबॉन्डिंग (Hair Rebonding Process)तमाम रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल कर हेयर रिबॉन्डिंग की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है। यह बालों को पतला, हल्का और सीधा करने की एक प्रक्रिया है। बाल प्रोटीन से बने होते हैं, ये डाइसल्फ़ाइड बॉन्ड से जुड़े होते हैं जिसकी वजह से बालों की संरचना बनती है जैसे सीधे या घुंघराले बाल। हेयर रीबॉन्डिंग एक ऐसी तकनीक है जिसके माध्यम से प्राकृतिक रूप से विकसित बालों को एक नयी संरचना दी जाती है। हेयर रिबॉन्डिंग करने के लिए स्टाइलिस्ट बालों को अच्छी तरह से धोते हैं और इसके बाद इसे अच्छी तरह से सुखाया जाता है। फिर ब्लो-ड्राई या हेयर डाई के इस्तेमाल से इस प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है। इस प्रक्रिया में इन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
हेयर रिबॉन्डिंग के फायदे (Benefits of Hair Rebonding)हेयर रीबॉन्डिंग का सबसे प्रमुख लाभ यह होता है कि इसकी सहायता से आप अपने बालों को स्ट्रेट कर सकते हैं। बालों को सीधा यानि कि स्ट्रेट करने के लिए किये जाने वाले तमाम प्रक्रिया में से एक हेयर रिबॉन्डिंग अधिक समय तक फायदा देने वाली प्रक्रिया मानी जाती है। हेयर रिबॉन्डिंग से होने वाले कुछ प्रमुख लाभ या फायदे इस प्रकार से हैं।
इसे भी पढ़ें : क्या कोरोना से ठीक होने के बाद होती है बाल झड़ने की समस्या? एक्सपर्ट से जानें क्या है सच्चाई हेयर रिबॉन्डिंग से होने वाले नुकसान (Side Effects of Hair Rebonding)चूंकि हेयर रिबॉन्डिंग की प्रक्रिया में कई तरह के रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है इस वजह से इसके साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं। बालों पर इन रसायनों के इस्तेमाल से बालों का टूटना, रूखा होना जैसे नुकसान हो सकते हैं। हेयर रिबॉन्डिंग के कुछ प्रमुख साइड इफेक्ट्स इस प्रकार से हैं।
इसे भी पढ़ें : हेयर ट्रांसप्लांट या पीआरपी? इनमें से क्या है गंजेपन को दूर करने के लिए बेहतर विकल्प? हेयर रिबॉन्डिंग के दौरान इन बातो का जरूर रखें ध्यान (Precautions Before Getting Hair Rebonded)हेयर रिबॉन्डिंग एक ट्रीटमेंट है जिसमें तमाम केमिकल युक्त उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है। हेयर रीबॉन्डिंग के दौरान कुछ बातों का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए।
हेयर रिबॉन्डिंग के बाद कैसे रखें बालों का ख्याल (How to Take Care of Rebonded Hair)हेयर रिबॉन्डिंग के बाद बालों का अच्छी तरह ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी होता है। हेयर रिबॉन्डिंग के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए और रिबॉन्डिंग के बाद बालों को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए। 1. हेयर रिबॉन्डिंग के तुरंत बाद बालों को पानी से जरूर बचाना चाहिए। नहाते वक़्त बालों में वॉटरप्रूफ कैप का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। रिबॉन्डिंग के बाद तीन दिन तक बालों को पानी के संपर्क में आने से बचाना चाहिए। 2. रिबॉन्डिंग के बाद लगभग एक हफ्ते तक बालों में किसी भी प्रकार की क्लिप, जूड़ा या रबर बैंड भी नहीं लगाना चाहिए। इससे बालों के मुड़ने और ख़राब होने की संभावना होती है। 3. रिबोंडेड बालों को धूप और धूल से बचाना चाहिए। बालों की रिबॉन्डिंग के बाद धूप में आने से बालों पर पड़ने वाली अल्ट्रा वॉयलेट किरणें बालों को नुकसान पहुंचाती हैं। घर से बाहर निकलना यदि बेहद जरूरी है तो निकलने से पहले बालों में सीरम लगाएं और धूप में जाने से पहले बालों को जरूर ढकें। 4. रिबॉन्डिंग के तीन या चार दिन बाद बालों को धुलने के लिए बिना केमिकल वाले शैम्पू और कंडीशनर का ही इस्तेमाल करें। इसे भी पढ़ें : पुरुषों के लिए खास है ये 5 हेयर ऑयल, गर्मियों में भी बालों में नहीं होगी चिपचिपाहट 5. हेयर रिबॉन्डिंग के बाद कुछ दिनों तक बालों को कलर करने से बचना चाहिए। बालों को कलर करने वाले उत्पादों में पाए जाने वाले केमिकल बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 6. रिबॉन्डिंग के बाद कुछ दिनों तक बालों को साफ़ करने के लिए सिर्फ ठंढे पानी का ही इस्तेमाल करें। गर्म या गुनगुने पानी से बाल धोने की सलाह रिबॉन्डिंग के बाद नहीं दी जाती है। 7. रिबॉन्डिंग के बाद स्कैल्प्स को साफ़ रखना चाहिए, नियमित रूप से मालिश और साफ़-सफाई का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए। 8. बार-बार हेयर रिबॉन्डिंग ट्रीटमेंट से बचना चाहिए। हेयर रिबॉन्डिंग ट्रीटमेंट में तमाम रासायनिक तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है जिसका बार-बार प्रयोग करने से बालों के टूटने या झड़ने की समस्या शुरू हो सकती है। इसलिए बार-बार रिबॉन्डिंग करवाने से बचना चाहिए। इसे भी पढ़ें : अपने फ्रिजी हेयर्स से परेशान हैं? कॉस्मेटोलॉजिस्ट से जानें फ्रिजी फ्री हेयर्स के लिए जरूरी टिप्स इस तरह से आप इन बातों को ध्यान में रखकर रिबॉन्डिंग के बाद अपने बालों का ख्याल रख सकते हैं। हमें उम्मीद है कि हेयर रिबॉन्डिंग के लेकर इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी। हेयर रिबॉन्डिंग से पहले और उसके बाद में जरूरी सावधानियों का पालन अवश्य करना चाहिए, ऐसा न करने पर इसके गंभीर दुष्परिणाम भी सामने आ सकते हैं। हेयर रिबॉन्डिंग से पहले विशेषज्ञ चिकित्सक या कॉस्मेटोलॉजिस्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए। रिबॉन्डिंग के बाद बालों की केयर कैसे करें?1-हेयर रिबॉन्डिंग के बाद आपको कम से कम दिन 3 दिन तक बालों में पानी की बूंद तक को लगने से बचाना चाहिए. यानी आपको इस ट्रीटमेंट के बाद बाल नहीं धोने हैं.. बालों में कंडीशनर लगाना न भूलें. रिबॉन्डिंग के बाद बालों में सीरम जरूर लगाएं. ... . रिबॉन्डिंग के बाद बालों में हेयर मास्क लगाना न भूलें.. हेयर रिबॉन्डिंग के नुकसान क्या है?रिबॉन्डिंग के बाद बाल दिखने में बेहद आकर्षक हो जाते हैं लेकिन केमिकल की वजह से उन्हें नुकसान होने का डर भी बना रहता है. हेयर रिबॉन्डिंग कराने के बाद बालों की सही देखभाल करना बेहद जरूरी होता है. वरना बालों से संबंधित समस्या होने का खतरा रहता है. रिबॉन्डिंग से बाल ड्राई या डैमेज भी हो सकते हैं.
क्या मैं रिबॉन्डिंग के बाद तेल का उपयोग कर सकता हूं?क्या मैं रिबॉन्डिंग के बाद मैं अपने बालों में तेल लगा सकती हूं? हां, रिबॉन्डिंग के बाद भी अपने बालों को पोषण के लिए नियमित रूप से तेल लगाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, ट्रीटमेंट के तुरंत बाद, लगभग 3 दिनों तक सभी हेयर प्रोडक्ट्स से दूर रहें।
रिबॉन्डिंग और स्मूथिंग में क्या फर्क है?स्मूदनिंग करवाने से आपके बाल अधिक स्मूद और सिल्की लुक देते हैं, जबकि स्ट्रेटनिंग व रिबॉन्डिंग से आपको कृत्रिम रूप से स्ट्रेट लुक मिलता है। इस प्रक्रिया में भी कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह बालों को उतना नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इस प्रक्रिया में बालों को रि-शेप करने में मदद मिलती है।
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