Question 1. Answer: (b) ओस की बूँद का। Question 2. Answer: (b) काली-काली। Question 3. Answer: (c) आग का एक बड़ा गोला। Question 4. Answer: (b) पेंग्विन। Question 5. Answer: (b) बेर की झाड़ी पर मिली। Question 6. Answer: (c) क्योंकि पेड़ बहुत बेरहम होते हैं, वे जलकणों को पृथ्वी के भीतर खींच लेते हैं। Question 7. Answer: (a) क्योंकि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिलने से पानी बनता है। Question 8. Answer: (c) सूर्य की प्रतीक्षा कर रही थी। गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1) “उनके वंशज अपनी भयावह लपटों से अव भी उनका मुख उज्ज्वल किए हुए हैं। हाँ, तो मेरे पुरखे बड़ी दिन की बात है कि दूर एक प्रचंड प्रकाश-पिंड दिखाई पड़ा। उनकी आँखें चौंधियाने लगीं। यह पिंड बड़ी तेजी से सूर्य की ओर बढ़ रहा था। ज्यों-ज्यों पास आता जाता था, उसका आकार बढ़ता जाता था। यह सूर्य से लाखों गुना बड़ा था। उसकी महान आकर्षण-शक्ति से हमारा सूर्य काँप उठा। ऐसा ज्ञात हुआ कि उस ग्रहराज से टकराकर हमारा सूर्य चूर्ण हो जाएगा। वैसा न हुआ। वह सूर्य से सहस्रों मील दूर से ही घूम चला, परंतु । उसकी भीषण आकर्षण-शक्ति के कारण सृषं का एक भाग टूटकर उसके पीछे चला। सूर्य से टूटा हुआ भाग । इतना भारी खिंचाव सँभाल न सका और कई टुकड़ों । में टूट गया। उन्हीं में से एक टुकड़ा हमारी पृथ्वी है। यह प्रारंभ में एक बड़ा आग का गोला थी।” Question 1. Answer: (d) प्रचण्ड प्रकाश आँखें चोधियाने वाला था। Question 2. Answer: (b) सूर्य के पास आने पर पिण्ड का आकार बड़ा होता जा रहा था। Question 3. Answer: (a) पिण्ड की आकर्षण शक्ति से सूर्य काँपने लगा, लगता था इससे सूर्य चूर-चूर हो जाएगा। Question 4. Answer: (c) उस पिण्ड की भीषण आकर्षण शक्ति से सूर्य का एक भाग टूटकर उसके पीछे चला गया घि Question 5. Answer: (b) सूर्य का टूटा हुआ भाग कई टुकड़ों में टूट गया। उन्हीं टुकड़ों में से एक हमारी पृथ्वी बन गई । (2) मैं और गहराई की खोज में किनारों से दूर गई तो मैंने एक ऐसी वस्तु दखी कि मैं चौंक पड़ी। अब तक समुद्र में अँधेरा था, सूर्य का प्रकाश कुछ ही भीतर तक पहुँच पाता था और बल लगाकर देखने के कारण मेरे नेत्र दुखने लगे थे। मैं सोच रही थी कि यहाँ पर जीवों को कैसे दिखाई पड़ता होगा कि सामने ऐसा जीव दिखाई पड़ा मानो कोई लालटेन लिए घूम रहा हो। यह एक अत्यंत सुंदर मछली थी। इसके शरीर से एक प्रकार की चमक निकलती थी ,जो इसे मार्ग दिखलाती थी। इसका प्रकाश देखकर कितनी छोटी-छोटी अनजान मछलियाँ इसके पास आ जाती थीं और यह जब भूखी होती थी तो पेट भर उनका भोजन करती थी। Question
1. Answer: (b) अब तक समुद्र में अँधेरा था। सूर्य का प्रकाश कुछ ही भीतर तक पहुँच पाता था। Question 2. Answer: (d) बूंद को एक ऐसा जीव दिखाई दिया जो मानो लालटेन लिए घूम रहा हो, यह जीव एक सुन्दर मछली थी। Question 3. Answer: (a) इस मछली के शरीर से एक प्रकार की चमक निकलती थी; जो इसे मार्ग दिखलाती थी। Question 4. Answer: (c) इसके प्रकाश से प्रभावित होकर छोटी-छोटी अनजान मछलियाँ इसके पास आ जाती थीं, भूख लगने पर यह इन छोटी मछलियों से अपना पेट भर लेती थी। Question 5. Answer: (b) अति + अंत। (3) सरिता के वे दिवस बड़े मजे के थे। हम कभी भूमि को काटते, कभी पेड़ों को खोखला कर उन्हें गिरा देते। बहते-बहते मैं एक दिन एक नगर के पास पहुंची। मैंने देखा कि नदी के तट पर एक ऊँची मीनार में से कुछ काली-काली हवा निकल रही है। मैं उत्सुक हो उसे देखने को क्या बढ़ी कि अपने हाथों दुर्भाग्य को न्यौता दिया। ज्योंही मैं उसके पास पहुंची अपने और साथियों के साथ एक मोटे नल में खींच ले गई। कई दिनों तक मैं नल-नल घूमती फिरी। मैं प्रतिक्षण उसमें से निकल भागने की चेष्टा में लगी रहती थी। भाग्य मेरे साथ था। बस, एक दिन रात के समय मैं ऐसे स्थान पर पहुँची जहाँ नल टूटा हुआ था। मैं तुरंत उसमें होकर निकल भागी और पृथ्वी में समा गई। अंदर घूमते-घूमते इस बेर के पेड़ के पास पहुंची। Question 1. Answer: (d) जब भूमि को काटने और पेड़ों को खोखला कर गिराने का मौका मिलता था। Question 2. Answer: (b) बूंद ने नदी के तट पर एक ऊँची मीनार देखी; जिसमें से काली-काली हवा निकल रही थी। Question
3. Answer: (c) बूँद जैसे ही आगे बढ़ी, एक मोटे नल ने उसको अपने भीतर खींच लिया। Question 4. Answer: (a) बूंद एक रात टूटे हुए नल से होकर तुरन्त निकल भागी। Question 5. Answer: (d) नल से निकल भागने पर वह पृथ्वी में समा गई और अंदर घूमते-घूमते बेर के पेड़ के पास पहुंची बूंद को समुद्र तल पर कैसे जीव मिले *?Answer: (b) अब तक समुद्र में अँधेरा था। सूर्य का प्रकाश कुछ ही भीतर तक पहुँच पाता था। बूंद ने ऐसी क्या चीज देखी थी, जिसे देखकर बूंद चौंक पड़ी ? Answer: (d) बूंद को एक ऐसा जीव दिखाई दिया जो मानो लालटेन लिए घूम रहा हो, यह जीव एक सुन्दर मछली थी।
पानी की बूँद समुद्र के भीतर किन किन जीवों को देखा था और उसमें सबसे आश्चर्यजनक उसे क्या लगा?उत्तर: समुद्र की तह में बूँद ने धीरे-धीरे रेंगने वाले जीव, जालीदार मछलियाँ, भारी-भारी कछुए, प्रकाश देने वाली मछलियाँ, हाथों वाली मछलियाँ, पहाड़ियाँ, छोटे-मोटे पत्तों वाले पेड़, महा आलसी जीव देखे।
ओस की बूंद द्वारा समुद्र तल में देखे गए जीव कौन कौन से थे?विचित्र जीव देखे। मैंने अत्यंत धीरे-धीरे रेंगने वाले घोंघे. जालीदार मछलियाँ, कई-कई मन भारी कछुवे और हाथोंवाली मछलियाँ देखीं।
बूंद समुद्र में क्या देख कर हैरान हो गई?बून्द ये सोच ही रही थी कि तभी सामने ऐसा जीव दिखाई पड़ा मानो कोई लालटेन लिए घूम रहा हो। उसको देखकर ओस की बूँद को बहुत हैरानी हुई। यह एक अत्यंत सुंदर मछली थी। इसके शरीर से एक प्रकार की चमक निकलती थी, यही उसे आगे बढ़ने में मदद कर रहा था।
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