बिहार में सबसे छोटा स्टेशन कौन सा है? - bihaar mein sabase chhota steshan kaun sa hai?

बिहार का सबसे छोटा जिला – बिहार राज्य का क्षेत्रफल 94,000 किलोमीटर square से भी ज्यादा है. और इस राज्य में 10 करोड़ लोग से भी ज्यादा लोग रहते हैं.

इतने छोटे से भूमि पर इतना ज्यादा लोग होने के कारण यहां जिलों को प्रशासनिक रूप से

और सुचारू रूप से चलाने के लिए यहां कई जिलों को छोटे-छोटे जिलों में बांटा गया है.

बिहार का सबसे बड़ा जिला है पश्चिम चंपारण जो कि 5,228 किलोमीटर स्क्वायर क्षेत्र में फैला हुआ है.

उसके बाद गया है जो 4,976 किलोमीटर स्क्वायर में फैला हुआ है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि

बिहार का सबसे छोटा जिला कौन सा है. अगर आप नहीं जानते हैं तो आप ही आर्टिकल पढ़िए

आपको पता लग जाएगा कि बिहार का सबसे छोटा जिला कौन सा है.

bihar ka sabse chota jila –

1. शिवहर (sheohar) –

बिहार का सबसे छोटा जिला है शिवहर जिसका क्षेत्रफल है 443 किलो मीटर स्क्वायर.

इस 443 किलोमीटर की भूमि पर लगभग 7,00,000 लोग रहते हैं.

जिले की सीमा सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों से लगती है.

2. अरवल (Arwal) –

बिहार का दूसरा सबसे छोटा जिला है अरवल. जिसका क्षेत्रफल है 638 किलो मीटर स्क्वायर.

जिले में कुल 7,00,000 लोग से भी ज्यादा रहते हैं. जिले के सीमा गया, औरंगाबाद, रोहतास भोजपुर जैसे जिलों से लगता है.

3. शेखपुरा (Sheikhpura) (bihar ka sabse chota jila) –

शेखपुरा जिला बिहार में मध्य और दक्षिण भाग में स्थित है. यह बिहार का तीसरा सबसे छोटा जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से.

जिले का क्षेत्रफल है 689 किलो मीटर स्क्वायर. और जिले में 6 से 7 लाख लोग रहते हैं.

जिले की सीमा नवादा नालंदा लखीसराय जमुई और पटना जैसे जिलों से लगती है.

4. लखीसराय (Lakhisarai) –

लखीसराय बिहार के कुछ सबसे छोटे जिलों में से गिना जाता है. इस जिले का क्षेत्रफल है 1,228 किलो मीटर स्क्वायर।

आज हमको बताएंगे कि भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन सा है और कहां है। बता दे, भारत ने रेल यातायात सबसे अहम और आसान है। रेल द्वारा लोग रोजाना यातायात करते है। इससे एक शहर से दूसरे शहर जाने में आसानी होती है। लोग ट्रेन में आराम से, सोते हुए, अधिक मात्रा में समान, इधर उधर जा सकते है।

भारतीय रेल में रोजाना हजारों लोग प्रति ट्रेन से सवारी करते है। भारतीय रेलवे में 1 लाख 20 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा रेलवे ट्रैक मौजूद है। भारत के कोने कोने में यह पटरियां बिछाई गई है, जो एक राज्य से दूसरे राज्य में गुजरती है। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रत्येक राज्यों में अलग अलग रेलवे स्टेशन बनाए गए है, जिनमे कुछ बड़े, तो कुछ लंबे और कुछ छोटे है। इन्ही में हम आपको आज भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन है और कहां है बताने जा रहे है।

भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन सा है और कहां है

आईबी रेलवे स्टेशन –

आपको बता दे, भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन आईबी स्टेशन (IB Station) है। जो ओडिशा राज्य में स्थित है। यह रेलवे स्टेशन आईबी नदी के पास बना है, इसलिए इसका नाम आईबी स्टेशन रखा गया है।

इस रेलवे स्टेशन की लंबाई समुद्र तट से मात्र 270 मीटर की ऊंचाई पर है। इसका निर्माण 1891 में हुआ था। इस रेलवे स्टेशन में केवल दो ही प्लेटफार्म है। वहीं इसके अलावा भारत में कुछ और रेलवे स्टेशन है जिनकी गिनती भारत के सबसे छोटे रेलवे स्टेशन में की जाती है। जो निम्नलिखित है।

यह भी पढ़े: भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सा है

पेनुमारू रेलवे स्टेशन –

आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में पेनुमारु रेलवे स्टेशन स्थित है। यह स्टेशन दक्षिण मध्य रेलवे स्टेशन का हिस्सा है। इसे भी इंडिया का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कहा जाता है क्योंकि इसमें एक भी प्लेटफार्म नही है।

सुरेली रेलवे स्टेशन –

ऐसे ही भारत के सबसे छोटे रेलवे स्टेशन में राजस्थान के सुरेली स्टेशन भी है। इसमें भी दोनों तरफ कोई भी प्लेटफार्म नही है। इतना ही नहीं बल्कि इस स्टेशन में एक भी शेड नहीं है, जिसके नीचे कोई खड़ा हो सके।

तो ऊपर अपने जाना भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन सा है और कहां है, वहीं बता दे भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कोलकाता में स्थित हावड़ा जंक्शन है। इसमें 23 प्लेटफार्म और 26 रेलवे ट्रैक है। जबकि भारत का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित है। इसी के साथ भारतीय रेलवे नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में एक है।

इंडिया का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन सा है: FAQ’s

प्रश्न: भारत में टोटल रेलवे स्टेशन कितने है?
उत्तर: भारत में टोटल रेलवे स्टेशन की संख्या 8000 से ऊपर है, एक अनुमानित संख्या के मुताबिक भारत में टोटल रेलवे स्टेशन 8334 है।

प्रश्न: भारत का 18 रेलवे जोन कौन सा है?
उत्तर: भारत का 18वा रेलवे जोन दक्षिण तटीय रेलवे है।

प्रश्न: भारत में रेल सेवा कब और किसने शुरू की?
उत्तर: भारत में रेल सेवा की शुरुवात अंग्रेजो ने 16 अप्रैल 1853 में की थी।

यह भी पढ़े:

  • भारत का सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है?

  • दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग कौन सी है 2022 में

  • भारत में हिन्दू की जनसंख्या कितनी है 2022 में

यह भी पढ़े:

  • TAGS
  • Bharat Ka Sabse Chota Railway Station
  • indian railway
  • Smallest Railway Station In Hindi
  • Smallest Railway Station In India
  • भारत का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन
  • सबसे छोटा रेलवे स्टेशन

Facebook

Twitter

WhatsApp

Linkedin

Telegram

Previous articleभारत का सबसे महंगा होटल कौन सा है, एक दिन का किराया 10 लाख रूपए

Next articleबस अंकल बोलने पर दुकानदार ने BSC की छात्रा को बेरहमी से पीटा, अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर…

Meenakshi Bisht

https://www.samacharsuchna.com/

नमस्कार, दोस्तों मैं मीनाक्षी बिष्ट Samachar Suchna (समाचार सूचना) की Founder और Author हूं। पढ़ाई की बात करे तो मैं B.com Graduate हूं। मैं इस वेबसाइट में लेटेस्ट न्यूज़ और देश-दुनिया से जुड़ी जानकारी के बारे में लिखती हूं। मुझे बचपन से ही देश दुनिया की जनरल नॉलेज के बारे में पढ़ना और लिखना पसंद है, इसलिए मैं इनसे जुड़ी विभिन्न जानकारियां आपके सामने सरल भाषा में पेश करती हूं।

बिहार का सबसे छोटा रेलवे स्टेशन कौन है?

बिहार में सबसे बड़ा और सबसे छोटा.

बिहार का सबसे छोटा गांव कौन सा है?

बिक्रमगंज (बिहार). यह गांव है, अनुमंडल के दिनारा प्रखंड के चिताव का मनसापुर गांवगांव की पूरी आबादी मात्र 18 है।

बिहार की सबसे छोटी जिला कौन है?

बिहार का सबसे छोटा जिला शिवहर और शेखपुरा है। शिवहर क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है जबकि शेखपुरा जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है।

बिहार का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?

बनगाँव सहरसा ज़िले के पश्चिम मे अवस्थित एक गाँव है, जिसकी पहचान सदियों से रही है। जनसँख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से ये गाँव ना सिर्फ राज्य के बल्कि देश के सबसे बड़े गांवों मे एक हैं।