बंग महिला की कहानी का नाम क्या है? - bang mahila kee kahaanee ka naam kya hai?

हिन्दी की प्रथम कहानी लेखिका कौन है A बंग महिला?

बंग महिला (वास्तविक नाम- राजेन्द्रबाला घोष) हिन्दी की प्रथम मौलिक (आधुनिक) कहानी लेखिका के रूप में चिरस्मरणीय हैं। इनका रचना काल 1904 ई. है। ये मीरजापुर के एक प्रतिष्ठित बंगाली महाशय राम प्रसन्न घोष की पुत्री और पूर्णचन्द्र की धर्म पत्नी थीं।

बंग महिला ने क्या लिखा है?

बंग महिला आरम्भिक दौर की महिला कथाकारों में प्रमुख नाम है। इनकी प्रमुख कहानी दुलाई वाली है जो 1907 में 'सरस्वती पत्रिका' में प्रकाशित हुई थी। हिन्दी की पहली कहानी कौनसी है, इस विषय में मतभेद है लेकिन पहली कही जाने वाली कहानियों में से एक बंग महिला की 'दुलाई वाली' भी है।

बंग महिला का वास्तविक नाम क्या था *?

क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है? राजेन्द्र बाला घोष हिंदी-नवजागरण की पहली छापामार लेखिका थीं। उन्होंने अपने आक्रामक लेखन द्वारा पुरुष-सत्तात्मक समाज की चूलें ढीली कर दीं।

दुलाई वाली कहानी किसकी है?

दुलाईवाली राजेन्द्र बाला घोष (बंग महिला) द्वारा लिखित एक कहानी है जो 1907 ई. में प्रकाशित हुई थी। इस कहानी में एक मध्यमवर्गीय परिवार की साधारण सी घटना को लेकर कथानक का निर्माण किया गया है तथा इसके केंद्र में काशी से लेकर इलाहाबाद तक की रेलयात्रा तथा उससे जुड़ी हुई घटनाओं का वर्णन है।