अवध नरेश चित्रकूट में कब और क्यों रहे? - avadh naresh chitrakoot mein kab aur kyon rahe?

Short Note

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए :
अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

Advertisement Remove all ads

Solution

अवध नरेश को चित्रकूट इसलिए जाना पड़ा क्योंकि उन्हें 14 वर्ष तक वनवास में रहना था। चित्रकूट एक तपोवन था, जहाँ ऋषि-मुनियों द्वारा तपस्या की जाती थी। वहाँ विभिन्न मुनियों के आश्रम भी थे। श्रीराम को यह स्थान वनवास बिताने के लिए उपयुक्त लगा इसलिए वह यहाँ आकर निवास करने लगे।

Concept: पद्य (Poetry) (Class 9 B)

  Is there an error in this question or solution?

Advertisement Remove all ads

Chapter 8: रहीम - दोहे - प्रश्न अभ्यास [Page 80]

Q 1.6Q 1.5Q 1.7

APPEARS IN

NCERT Class 9 Hindi - Sparsh Part 1

Chapter 8 रहीम - दोहे
प्रश्न अभ्यास | Q 1.6 | Page 80

Advertisement Remove all ads

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?


अवध नरेश श्री रामचंन्द्र अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए जब चौदह वर्ष बनवास कर रहे थे तब वे चित्रकूट जैसे रमणीय वन में रुके थे। कवि विपदा पड़ने पर ईश्वर की शरण में जाने की बात कह रहे हैं। क्योंकि मुसीबत में वन भी राजभवन दिखाई देता है।

238 Views


निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?


जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी इसलिए नहीं कर पाता क्योंकि जल से ही कमल की प्यास बुझती है. वह खिलता है और जीवन पाता है। कमल की सम्पत्ति जल है। अपनी सम्पत्ति नष्ट होने पर दूसरा व्यक्ति साथ नहीं दे सकता।

497 Views


निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
हमें अपना दुःख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?


हमें अपना दु ख दूसरों पर प्रकट नहीं करना चाहिए, क्योंकि संसार उसका मजाक उड़ाता है। हमें अपना दुःख अपने मन में ही रखना चाहिए। अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार परिहास पूर्ण हो जाता है।

431 Views


निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
एक को साधने से सब कैसे सध जाता है?


एक पर अटूट विश्वास करके उसकी सेवा करने से सब कार्य सफल हो जाते हैं तथा इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता। एक को साधने से सब कार्य उसी प्रकार सिद्ध हो जाते हैं जिस प्रकार जड़ को सींचने से फल, फूल आदि मिलते हैं। उसी प्रकार परमात्मा को साधने से अन्य सब कार्य कुशलता पूर्वक संपन्न हो जाते हैं।

358 Views


निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?


रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य इसलिए कहा है क्योंकि सागर का जल खारा होता है, वह किसी की प्यास नहीं बुझा सकता जबकि पक जल धन्य है जिसे पीकर छोटे-छोटे जीवों की प्यास तृप्त हो जाती है। इसलिए कवि ने ऐसा कहा है।

513 Views


निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति ‘क्यों नहीं हो पाता?


प्रेम आपसी लगाव और विश्वास के कारण होता है। यदि एक बार यह लगाव या विश्वास टूट जाए तो फिर उसमें पहले जैसा भाव नहीं रहता। मन में दरार आ जाती है। जिस प्रकार सामान्य धागा टूटने पर उसे जब जोड़ते हैं तो उसमें गाँठ पड़ जाती है। इसी प्रकार प्रेम का धागा भी टूटने पर पहले के समान नहीं हो पाता।

667 Views


अवध नरेश चित्रकूट में कब और क्यों रहे? - avadh naresh chitrakoot mein kab aur kyon rahe?

myCBSEguide App

CBSE, NCERT, JEE Main, NEET-UG, NDA, Exam Papers, Question Bank, NCERT Solutions, Exemplars, Revision Notes, Free Videos, MCQ Tests & more.

Install Now

Extra Questions of Class 9 Hindi -B Rahim Chapter 8. myCBSEguide has just released Chapter Wise Question Answers for class 09 Hindi – B. There chapter wise Practice Questions with complete solutions are available for download in myCBSEguide website and mobile app. These test papers with solution are prepared by our team of expert teachers who are teaching grade in CBSE schools for years. There are around 4-5 set of solved Hindi Extra questions from each and every chapter. The students will not miss any concept in these Chapter wise question that are specially designed to tackle Exam. We have taken care of every single concept given in CBSE Class 09 Hindi – B syllabus and questions are framed as per the latest marking scheme and blue print issued by CBSE for class 09.

CBSE Class 9 Hindi Ch – 8

Download as PDF

Practice Paper of Class 9 Hindi – B

Ch-8 रहीम

  1. नट किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।

  2. रहीम के अनुसार मोती का मूल्य कब तक होता है?

  3. सागर की बड़ाई क्यों नहीं होती? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।

  4. अवध नरेश चित्रकूट में कब व क्यों रहे?

  5. रहीम के अनुसार कौन-सा जल स्रोत या साधन उपयोगी होता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।

  6. जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।

  7. रहीम के दोहे के आधार पर बताइए कि आप तालाब के जल को श्रेष्ठ मानते हैं या सागर के जल को और क्यों?

  8. सूई तथा तलवार के उदाहरण द्वारा कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?

Ch-8 रहीम


Answer

  1. नट कुण्डली मारने की कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है। वह कुण्डली में सिमट जाता है और छलाँग मारकर रस्सी के ऊपर चढ़ जाता है।
  2. मोती का मूल्य तब तक होता है जब तक उस पर चमक होती है। मोती की वास्तविकता गुणवत्ता उसके बाहरी भाग पर विद्यामान चमक ही है। जब चमक नहीं रहती है, तो वह मूल्यहीन हो जाता है।
  3. सागर के जल से किसी की प्यास न बुझने के कारण सागर की बड़ाई नहीं होती।
  4. अवध नरेश श्रीरामचंद्र सीता व लक्ष्मण के साथ कुछ समय के लिए चित्रकूट में तब रहे थे, जब उन्हें वनवास मिला था। विपत्ति के समय शान्ति पाने के उद्देश्य से वे यहाँ रहे थे।
  5. रहीम के अनुसार, वही जल स्रोत या साधन मनुष्य के लिए उपयोगी होता है जो उसके काम आता है। सागर कितना भी बड़ा हो किंतु वह किसी की प्यास नहीं बुझा पाता, इसलिए अनुपयोगी होता है। इसके विपरीत पंक का जल भी लघु जीवों के काम आने के कारण उपयोगी कहलाता है। इसलिए महत्व उपयोग में आने का है, विस्तार का नहीं।
  6. जलहीन यानी पानी बिना कमल की रक्षा सूर्य भी नहीं कर सकता, यद्यपि सूर्य ही कमल को खिलाता है। वह कमल खिलेगा जो पानी के मध्य स्थित है। अर्थात् दूसरा भी हमारी मदद तभी कर पाता है जब हमारे पास कुछ होता है। साधनहीन की कोई मदद नहीं करता।
  7. रहीम ने अपने दोहे में सागर में स्थित विशाल मात्रा वाले जल और तालाब में स्थित लघु मात्रा में कीचड़ वाले जल का वर्णन किया है। इन दोनों में मैं भी तालाब वाले पानी को श्रेष्ठ मानता हूँ। यद्यपि समुद्र में अथाह जल होता है, परंतु उसके किनारे जाकर भी जीव-जंतु प्यासे के प्यासे लौट आते हैं। दूसरी ओर तालाब में स्थित कीचड्युक्त पानी विभिन्न प्राणियों की प्यास बुझाने के काम आता है। अपनी उपयोगिता के कारण यह पंकिल जल सागर के खारे जल से श्रेष्ठ है।
  8. रहीम का मानना है कि प्रत्येक छोटी-बड़ी वस्तु की अपनी अलग-अलग उपयोगिता होती है, इसलिए वह कहते हैं कि कभी भी धनी मित्रों को पाकर निर्धन मित्रों को नहीं भूलना चाहिए। इसके लिए रहीम सुई और तलवार का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि जहाँ सुई का काम होता है, वहाँ तलवार व्यर्थ हो जाती है। इस प्रकार रहीम इस उदाहरण के माध्यम से समाज में सभी के सम्मान का संदेश देते हैं। सभी वस्तु भले ही वे छोटी ही क्यों न हों, उपयोगी होती हैं इसलिए छोटे व्यक्तियों या छोटी वस्तुओं का तिरस्कार नहीं करना चाहिए।

Class 9 Hindi – B Chapter Wise Important Question


अवध नरेश चित्रकूट में कब और क्यों रहे? - avadh naresh chitrakoot mein kab aur kyon rahe?


अवध नरेश ka चित्रकूट में कब व क्यों रहे?

(ङ) जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता? (च) अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा? (छ) 'नट' किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है? (ज) 'मोती, मानुष, चून' के संदर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।

3 अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा ?`?

अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा? अवध नरेश श्री रामचंन्द्र अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए जब चौदह वर्ष बनवास कर रहे थे तब वे चित्रकूट जैसे रमणीय वन में रुके थे। कवि विपदा पड़ने पर ईश्वर की शरण में जाने की बात कह रहे हैं। क्योंकि मुसीबत में वन भी राजभवन दिखाई देता है।

राम अयोध्या नरेश चित्रकूट क्यों गए?

त्रेता युग में जब अयोध्या नरेश राजा दशरथ के पुत्र भगवान श्रीराम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण सहित 14 वर्ष के वनवास के लिए निकले थे। तब उन्होंने आदि ऋषि वाल्मीकि की प्रेरणा से तप और साधना के लिए चित्रकूट आए थे। भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ पावन चित्रकूटगिरी पर अपने वनवास का साढे़ 11 वर्ष व्यतीत किया था।

अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा छ नट किस कला में सिद्ध होने के कारण?

() नट स्वयं को समेटकर, सिकोड़कर तथा संतुलित करने के कारण कुंडली में से निकल जाता है और तार पर चढ़ जाता है। (ज) 'मोती' के संदर्भ में 'पानी' का अर्थ है-चमक। रहीम का कहना है कि चमक के बिना मोती का कोई मूल्य नहीं होता। 'मानुष' के संदर्भ में 'पानी' का अर्थ है-आत्म-सम्मान।