Show पर गोलमेज सम्मेलन में चर्चा का सारांश सप्रू हाउस, नई दिल्ली परिचय विश्व मामलों की भारतीय परिषद और इंस्टीट्यूट ऑफ चाईनीस स्टडीज, दिल्ली ने इस विषय पर 7 दिसंबर 2012 को "1962 के भारत-चीन संघर्ष की मीमांशा" पर एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया। चार सत्रों में विभाजितगोलमेज सम्मेलन में कई आयामों पर चर्चा की गई। विभिन्न वर्गों के कुल चालीस विशेषज्ञों ने भाग लिया। यहां पर सम्मेलन में व्यक्त किये गए विचारों का एक संक्षिप्त सारांश हैव्यक्तकिये गए विचारों के लिए वक्ता स्वयं उत्तरदायी हैं। उद्घाटन सत्र राजदूत, राजीव के. भाटिया
प्रोफेसर अल्का आचार्य
श्री गौतम बंबावले सत्र I –संघर्ष से पूर्व और पश्चात राजदूत,एरिक गोंसाल्वेस (अध्यक्ष)
राजदूत,विनोद खन्ना
श्री एम.वी.रप्पाई
राजदूत,किसान राणा
डॉ. हेमंत अदलखा
चर्चा
सत्र I - पूर्व और पश्चात का संघर्ष
सत्र II- आगे का मार्ग प्रोफेसर मनोरंजन मोहंती (अध्यक्ष)
प्रोफेसर एम. प्रेमशेखर
राजदूत, सी. दासगुप्ता
कर्नल विरेन्द्र सहाय वर्मा अक्साई चिन
तवांग
चर्चा
श्री हेमंत अधलखा
श्री एम.वी. रपाई
राजदूत, राजीव के. भाटिया
जनरल, डी. बनर्जी
डॉ. संजीव कुमार
राजदूत, सी. दासगुप्ता
राजदूत एरिक गोंसालवेस
श्री रवी भोथलिंगम
समापन सत्र समापन भाषण राजदूत के.एस.वाजपेयी
26 जून,2013 को डॉ. संजीव कुमार, रिसर्च फेलो, भारतीय विश्व मामलों की परिषद, नई दिल्ली द्वारा तैयार किया गया,चर्चा का सारांश। 1962 में भारत की हार क्यों हुई?जब चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर एक साथ हमला कर दिया. 20 अक्टूबर से 21 नवंबर 1962 तक चले इस युद्ध में भारत को हार मिली, भारत के सवा तीन हजार सैनिक शहीद हो गए. चीन ने भारत की करीब 43 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर तब कब्जा कर लिया.
1962 भारत चीन युद्ध में कौन जीता था?1962 भारत-चीन युद्ध का परिणाम (Result of Indo-China War 1962 in Hindi) युद्ध का परिणाम स्पष्ट था, चीन की जीत हुई, भारत को हार का सामना करना पड़ा। चीन ने भारत के अक्साई चिन में लगभग 38,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।
चीन ने भारत पर हमला क्यों किया?सन् 1960 में तत्कालीन चीनी प्रधानमंत्री चाऊ एनलाई भारत के दौरे पर आए थे। इतिहासकारों की मानें तो चीन की तरफ से कई बार भारत को धमकाया गया था। जब भारत इन धमकियों से नहीं घबराया तो 1962 में चीन ने हमला कर दिया।
चीन ने भारत की कितनी जमीन पर कब्जा कर रखा है?भारत की 43 हजार वर्ग मीटर भूमि पर कब्जा
लद्दाख में चीन का कब्जा करीब छह दशक से है। इसके अलावा पाकिस्तान ने दो मार्च 1963 को अपने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का 5,180 वर्ग किमी क्षेत्र चीन को दे दिया था। इस तरह से देखा जाए तो चीन का भारत की कुल 43,180 वर्ग किमी भूमि पर कब्जा है।
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