शुरू का इतिहास कैसे लिखा गया होगा
शब्दार्थ
१ तादाद-संख्या
२ तजुर्बा- अनुभव
३ बदौलत-सहारे
४ बुनियाद-नींव, आधार
५ खेमा-तम्बू
६ अजायबघर-संग्रहालय
७ मुल्क-देश
दिए गए प्रश्नो के उत्तर लिखिए |
प्रश्न-१ प्राचीनकाल में मानव अपना जीवन -यापन किस प्रकार करते थे ?
प्रश्न-२ नेहरू जी ने वर्तमान भारत की किस समस्या का जिक्र किया है ?
प्रश्न-३ छापेखाने न होने से किताबो के लेखन में कौन-सी समस्या आती थी ?
प्रश्न-४"महावत में सोचने की ताकत है और इसी की बदौलत वह मालिक है और हाथी उसका नौकर |"प्रस्तुत वाक्य के आधार पर क्या कहा गया है ? अपने शब्दों में लिखिए |
एक वाक्य में उतार लिखिए |
1 प्रस्तुत पत्र किसने लिखा है?
2 शून्य (0) और दशमलव (.) नहीं होता तो हम किसकी कल्पना नहीं कर सकते थे?
3 प्रस्तुत पत्र का किसने अनुवाद किया है ?
4 प्राचीन मानव अपने विचारों को किस पर लिखते थे ?
5 शहर बनने से पहले लोग कहाँ घूमते -फिरते थे?
ज्यों-ज्यों शहर बनते गए, लोग तरह-तरह की सुंदर कलाएँ सीखते गए। उन्होंने लिखना भी सीखा। लेकिन बहुत दिनों तक लिखने को कागज न था, और लोग भोजपत्र या ताड़ के पत्तों पर लिखते थे। आज भी कुछ पुस्तकालयों में तुम्हें समूची किताबें मिल जाएँगी, जो उस पुराने जमाने में भोजपत्र पर लिखी गई थीं। तब कागज बना और लिखने में आसानी हो गई। लेकिन तब छापेखाने न थे और आज की तरह हजारों की तादाद में किताबें नहीं छप सकती थीं। कोई किताब जब लिख ली जाती थी तो बड़ी मेहनत के साथ उसकी नकल की जाती थी। इन कारणों से किताबों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं होती थी।