कैल्शियम की गोली कैसे खाई जाती है? - kailshiyam kee golee kaise khaee jaatee hai?

कैल्शियम की गोली कब लेनी चाहिए / कैल्शियम की सबसे अच्छी टेबलेट कौन सी है – हड्डियों को मजबूत करने के लिए लोग कैल्शियम का इस्तेमाल करते हैं. हड्डियों की मजबूती बरकरार रखने के लिए हमारे शरीर को कैल्शियम की जरूरत पड़ती हैं. कैल्शियम की कमी की वजह से हमारे दांत और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इसलिए कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी माना जाता हैं.

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कैल्शियम रिच डाइट सेहत के लिए है फैयदेमंद. (Image : Shutterstock)

इस संबंध में एंडोक्राइन सोसाइटी ऑफ इंडिया के पूर्व अध्‍यक्ष और करनाल स्थित भारती अस्‍पताल के जाने माने एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. संजय कालरा कहते हैं कि जहां तक कैल्शियम की गोलियों की बात है तो मीनोपॉज (Menopause) यानि रजोनिवृत्ति के बाद प्रत्‍येक महिला को इन गोलियों का सेवन जरूरी करना चाहिए. इसके लिए उन्‍हें डॉक्‍टर के प्रिस्क्रिप्‍शन की जरूरत भी नहीं है. मीनोपॉज के बाद डॉक्‍टर सभी महिलाओं के लिए इसे जरूरी मानते हैं.

ऐसा इसलिए है कि मीनोपॉज के बाद हड्डियां भुरनी शुरू हो जाती हैं. इसके लिए वे कैल्शियम के साथ-साथ अगर विटामिन डी (Vitamin D) भी लेती हैं तो और बेहतर है लेकिन अगर सूरज की रोशनी में पर्याप्‍त रूप से रहती हैं तो विटामिन डी की इतनी जरूरत नहीं होती. वहीं मीनोपॉज से पहले इस स्थिति में ले सकते कि अगर महिला में कैल्शियम की कमी है. डॉ. कालरा कहते हैं कि जहां तक भारत की बात है तो यहां हर महिला में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी आमतौर पर है. ऐसे में बिना जांच कराए भी क्‍लीनिकल सस्‍पीशन या शक की बुनियाद पर भी अगर महिलाएं कुछ समय तक ये दवाएं लेती हैं तो ये सुरक्षित हैं.

वे आगे कहते हैं कि प्रेग्‍नेंसी (Pregnancy) के दौरान भी महिलाएं इन दवाओं को जरूर खाएं और इन गोलियों को तब तक जारी रखें जब तक कि बच्‍चे को फीड करा रही हैं. इससे न केवल बच्‍चे की हड्डियों को मजबूती मिलेगी बल्कि महिला के शरीर को भी आगे नुकसान कम होगा. हालांकि सामान्‍य अवस्‍था में जबकि पूरी तरह स्‍वस्‍थ हैं तो कैल्शियम की गोलियां लंबे समय तक इस्‍तेमाल न करते रहें. इसकी पर्याप्‍तता बढ़ने पर कई अन्‍य बीमारियां जैसे किडनी (Kidney) या गॉल ब्‍लेडर में पथरी आदि की शिकायत भी हो सकती है.

कैल्शियम की गोली कैसे खानी चाहिए?

कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेते समय ध्यान रखें- अगर आपको कैल्शियम की कमी है तो संभव है कि आपको कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने की जरूर पड़ें. शरीर को लगभग रोजाना 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत पड़ती है. लेकिन सप्लीमेंट्स ले रहे हैं तो एक साथ 1000 मिलीग्राम ना लें. बल्कि 500 मिलीग्राम की दो टेबलेट्स दिन में दो बार लें.

कैल्शियम की दवा कब खानी चाहिए?

संजय कालरा कहते हैं कि जहां तक कैल्शियम की गोलियों की बात है तो मीनोपॉज (Menopause) यानि रजोनिवृत्ति के बाद प्रत्‍येक महिला को इन गोलियों का सेवन जरूरी करना चाहिए. इसके लिए उन्‍हें डॉक्‍टर के प्रिस्क्रिप्‍शन की जरूरत भी नहीं है. मीनोपॉज के बाद डॉक्‍टर सभी महिलाओं के लिए इसे जरूरी मानते हैं.

कैल्शियम की गोली रोज लेने से क्या होता है?

यह हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक पोषक तत्व है. हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों का 90 प्रतिशत हिस्सा कैल्शियम से ही बनता है. कैल्शियम मसल्स के मूवमेंट और हार्ट के फंक्शन में भी मदद करता है. इसके अलावा कैल्शियम दिमाग और शरीर के अन्य हिस्सों के बीच हेल्दी संपर्क के लिए भी जरूरी है.

कैल्शियम कितना दिन खाना चाहिए?

जबकि आपके शरीर को रोजाना करीब 1000-1200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है. आइए आज आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं जिनमें दूध से ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है.

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