state flower भारत के सभी राज्यों के राजकीय पुष्प इसका पीडीऍफ़ फाइल डाउनलोड करने के लिए नीचे जाएँ सभी राज्यों के राजकीय पुष्प (state flower) 1. बिहार का राजकीय पुष्प का नाम क्या है? उत्तर:- गेंदा (कचनार) 2. उत्तर प्रदेश का राजकीय पुष्प का नाम क्या है? उत्तर:- ब्रह्म कमल 3. सिक्किम का राजकीय पुष्प …
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इसे सुनेंरोकेंरोहिडा के फुल को 1983 में राज्य पुष्प घोषित किया गया। इसे “मरूशोभा” या “रेगिस्थान का सागवान” भी कहते है।
राजकीय चिन्ह क्या है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह मछली एवं तीर कमान है। उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह या सरकारी मोहर के प्रारूप में एक वृत्त में ऊपर धनुष, बीच में बहती गंगा-यमुना नदियां और नीचे दायें-बायें दो मछलियाँ हैं। इसे 1938 ईo में स्वीकृत किया गया।
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मध्य प्रदेश का राजकीय पुष्प कौन है?
मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान (Madhya Pradesh General Knowledge)
राज्य का नाममध्य प्रदेश ( उपनाम – भारत का दिल या ह्रदय प्रदेश )राजकीय वृक्षवरगदराजकीय पुष्पलिलीराजकीय पक्षीदूधराज ( शाह बुलबुल )राजकीय पशुबारहसिंगाछत्तीसगढ़ का राजकीय चिन्ह क्या है?
इसे सुनेंरोकेंछत्तीसगढ़ का राजकीय प्रतीक चिन्ह मध्य में अशोक स्तम्भ लाल रंग का होता है । धान की बालियाँ सुनहरी रंग का होता है । ऊर्जा नीला रंग का होता है। नदियों का रेखंकित करती लहरें तिरंगा रंग का होता है।
छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी क्या है?
इसे सुनेंरोकेंराज्य का राजकीय पक्षी बस्तर की पहाड़ी मैना को घोषित किया गया है , कांगेर घाटी राष्ट्रिय उद्यान में पहाड़ी मैना को संरक्षित किया गया है . पहाड़ी मैना मुख्य रूप से दंतेवाडा, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, आदि वन क्षेत्र में पाया जाता है .
तेलंगाना का राजकीय पेड़ कौन सा है?
राज्यतेलंगानाराजकीय पुष्पTanner’s Cassia (टँगेड़ू)राजकीय पक्षीPalapitta (इंडियन रोलर या ब्लू जे)राजकीय पशुजिंका हिरणराजकीय वृक्षजम्मी चेट्टुपढ़ना: अमीर गरीब की खाई क्यों बढ़ती गई?
UP का राजकीय पुष्प कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश के राजकीय फूल का नाम क्या है चलिए जानते हैं यहां का राजकीय पुष्प का नाम “पलाश” है जिसे ढाक और टेसू के नाम से भी जाना जाता है।
भारत का राज्य पक्षी कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंआइए जानते हैं किस राज्य का कौन सा पक्षी है राजकीय पक्षी- भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर है। मोर को जनवरी 1963 में राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया।
राजस्थान का राजकीय नृत्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंराजस्थान के प्रमुख क्षेत्रीय नृत्य घूमर नृत्य – मारवाड़ क्षेत्र में स्त्रियों द्वारा किया जाने वाला नृत्य है। यह राजस्थान का राजकीय लोकनृत्य नृत्य है। इसे नृत्यों का सिरमौर, महिलाओं का सबसे लोकप्रिय नृत्य, सामंतशाही नृत्य, रजवाड़ी लोक नृत्य और नृत्यों की आत्मा के रूप में भी जाना जाता है।
राज्य का प्रतीक चिन्ह :-
- 36 किलों (गढ़ों ) के बीच सुरक्षित , विकास की अदम्य आकांक्षा को दर्शाता गोलाकार चिन्ह , जिसके मध्य में भारत का प्रतीक अशोक स्तम्भ जिसमें दृश्यमान तीन शेर, आदर्श वाक्य - सत्य मेव जयते .
- राज्य की प्रमुख फसल धान की बालियां ,
- भरपूर उर्जा के प्रतीकों के बीच
- राष्ट्र ध्वज के तीन रंगों से छत्तीसगढ़ की नदियों को रेखांकित करती लहरें है .
- राज्य का राजकीय पक्षी बस्तर की पहाड़ी मैना को घोषित किया गया है , कांगेर घाटी राष्ट्रिय उद्यान में पहाड़ी मैना को संरक्षित किया गया है .
- पहाड़ी मैना मुख्य रूप से दंतेवाडा, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, आदि वन क्षेत्र में पाया जाता है .
- प्रदेश का राजकीय पशु वनभैसा (wild buffalo) है .
- छत्तीसगढ़ के दुर्लभ एवं संकटग्रस्त वन्य जीवों में वन भैसा प्रमुख है , वर्तमान में वनभैसा छत्तीसगढ़ के उदंती अभ्यारण , पामेड अभ्यारण एवं इन्द्रावती राष्ट्रिय उद्यान में सिमित है .
- बायसन के विपरीत वनभैसा खेतों में प्रवेश कर जातें है .
- हर्ष के दरबारी कवि बाण भट ने बांधवगढ़ से बस्तर तक क्षेत्र का विषद वर्णन संस्कृत में लिखे अपने ग्रन्थ कादंबरी में किया गया है.
- साल (sal or shorea robusta) या सरई छत्तीसगढ़ का राजकीय वृक्ष है .
छत्तीसगढ़ के प्रतिक चिन्ह - Symbol of chhattisgarh cggk
छत्तीसगढ़ राज्य की मातृ राज्य मध्यप्रदेश है। इसका गठन 1 नवम्बर 2000 हुआ था। देश में सभी राज्यों का अपना एक पहचान चिन्ह निर्धारित किया गया। उसी प्रकार छत्तीसगढ़ के प्रतिक चिन्ह भी है जिसमे छत्तीसगढ़ चिन्ह के साथ साथ छत्तीसगढ़ के राजकीय पशु ,छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी ,छत्तीसगढ़ के राजकीय पुष्प , छत्तीसगढ़ की राजकीय मिठाई ,छत्तीसगढ़ का प्रतिक वाक्य , छत्तीसगढ़ के राजकीय पेंढ।,और छत्तीसगढ़ के राजकीय खेल भी शामिल है।
छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिक चिन्ह STATE SYMBOL OF CHHATTISGARH -
1 छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिक चिन्ह को 4 सितम्बर 2001 को स्वीकृति प्रदान किया गया था।
2 वृत्ताकार परिधि राज्य के विकास के निंरतरता का प्रतिक है।
3 36 किले एवं उसका हरा रंग राज्य के समृद्धि और वन सम्पदा एवं नैसर्गिक सुंदरता का प्रतिक है।
4 धान की बालियां - छत्तीसगढ़ राज्य के कृषि प्रधानता को प्रदर्शित करता है। छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है।
5 तीन लहराती रेखाएं - छत्तीसगढ़ के जलसंसाधन और नदियों का प्रतिक है।
6 सारनाथ के अशोक स्तम्भ के चार सिंह और उसके निचे लिखा सातमेव जयते -देश के प्रति सत्य और निष्ठा का प्रतिक है।
7 तिरंगे का तीन रंग -देश के प्रति एक जुटता का प्रतिक है।
8 पृष्ठ भूमि - राज्य की प्रतिक चिन्ह की पृष्ठ भूमि सफ़ेद रंग की है।
9 36 किले- राज्य के 36 किलों को हरा रंग से प्रदर्शित किया गया है
10 धान की बलिया - छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है प्रतिक चिन्ह में इनका रंग सुनहरा रंग प्रदर्शित है।
11 सारनाथ स्तम्भ - सारनाथ के अशोक स्तम्भ को लाल रंग से दर्शाया गया है।
12 ऊर्जा चिन्ह - विद्युत को नीला रंग में दर्शाया है।
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छत्तीसगढ़ के राजकीय पशु state animal of chhattisgarh -
छत्तीसगढ़ के राजकीय पशु वन भैसा है। जिसका वैज्ञानिक नाम बुबालास बुबालिस आर्नी
Bubals Bubals Arnie छत्तीसगढ़ में संकट ग्रस्त वन्यजीवों में वनभैसा प्रमुख है इसे अभ्यारण्य और राष्ट्रिय उद्यान में संरक्षित किया गया है प्रमुख रूप से उद्यन्ति ,अभ्यारण्य ,पामेड़ अभ्यारण्य ,और इंद्रावती राष्ट्रिय उद्यान में संरक्षित किया गया है। 4 जुलाई 2001 को इसे राजकीय पशु के रूप में स्वीकृति दी गयी थी। वन भैसा की प्रजाति में सबसे शुद्ध होती है। मुख्यतः दंतेवाड़ा जिला में पाया जाता है।
छत्तीसगढ़ में इनकी प्रजाति संकट में है प्राप्त जानकरी अनुसार उद्यन्ति अभ्यारण्य में कुल एक मादा वनभैसा ही बची है। वनभैसा को संरक्षित करने का संभव प्रयास किया है इसके तहत वनविभाग एवं वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट इण्डिया द्वारा राष्ट्रिय दुग्ध सस्थान करनाल हरियाणा एवं सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मोल्यूक्यूलर बायोलॉजी हैदराबाद में क्लोमिंग तकनीक से वनभैसा का प्रयास किया जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी state bird of chhattisgarh-पहाड़ी मैना का वैज्ञानिक नाम
छत्तीसगढ़ की पहाड़ी मैना जिसका वैज्ञानिक नाम GRACULA RELIGIOSA है जिसे अंग्रेजी में ग्रेट पेनिन्सुलेरिस ये मुख्यतः बस्तर जिला में पाए जाते है। इसकी प्रजाति संकट ग्रस्त होने के कारण इसे कांगेर घाटी राष्ट्रिय उद्यान में गया है। ये इंसानी आवाज की नक़ल करता है कारण ये वर्तमान समय में संकट में है।
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छत्तीसगढ़ के राजकीय वृक्ष -साल (सरई) - SOREA ROBUSTA -
छत्तीसगढ़ की राजकीय वृक्ष साल (सरई) SOREA ROBUSTA वैज्ञानिक नाम है। छत्तीसगढ़ में इसकी उच्चतम प्रजाति बस्तर पाया जाता है। छत्तीसगढ़ के बस्तर को साल वनों का द्वीप कहा जाता है। बहुपयोगी साल वृक्ष की लकड़ी बहुत मजबूत होती है। छत्तीसगढ़ में पहले साल वन लगभग 2 हजार वर्ग किमी में स्थित जो की बढ़ते जनसँख्या एवं शहरी कारण चलते लगभग 9 सौ वर्ग किमी में बच पाई है।
छत्तीसगढ़ की राजकीय भाषा -
छत्तीसगढ़ की राजकीय भाषा छत्तीसगढ़ी है इसे राजकीय भाषा के रूप में 28 नवम्बर 2007 को दर्जा प्राप्त हुआ। छत्तीसगढ़ी भाषा दो करोड़ की मातृ भाषा है।