पेट दर्द के लिए डॉक्टर से सलाह लेना और समय-समय पर बच्चे को सही दवा देना बहुत जरूरी है. वैसे घरेलू उपायों ( Home remedies for kids ) के जरिए भी इस समस्या से काफी हद तक निजात पाया जा सकता है. हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आप घर पर ही अपनाकर शिशु को पेट दर्द से राहत दे सकते हैं.
मौसम में बदलाव के कारण बड़े ही नहीं छोटे बच्चों को भी कई समस्याएं परेशान करती हैं. इनमें पेट से जुड़ समस्या ज्यादा गंभीर होती है. देखा जाए कि मौसम में बदलाव ( Change in season ) के अलावा कई ऐसे कारण होते हैं, जिनकी वजह से एक शिशु को अक्सर पेट ( Stomach ache) में दर्द रहता है. शिशु को अक्सर पेट में दर्द रहने की वजह से वह ठीक से कुछ खा नहीं पाता और विशेषज्ञों के मुताबिक अगर थोड़े समय तक ऐसा लगातार चलता रहे, तो वह अंडरवेट ( Underweight child ) भी हो सकता है. ऐसे में शिशु के पेट में होने वाले दर्द को बिल्कुल भी हल्के में न लें.
इसके लिए वैसे डॉक्टर से सलाह लेना और समय-समय पर बच्चे को सही दवा देना बहुत जरूरी है. वैसे घरेलू उपायों के जरिए भी इस समस्या से काफी हद तक निजात पाया जा सकता है. हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आप घर पर ही अपनाकर शिशु को पेट दर्द से राहत दे सकते हैं.
हिंग वाली सब्जी
अगर आपका शिशु 6 महीने से ज्यादा का है, तो उसे लिक्विड चीजें दें. कोशिश करें कि दिन में एक ऐसी चीज बनाएं जिसमें हींग का इस्तेमाल हो सके. हींग का सेवन करने से शिशु के पेट दर्द की समस्या को कम किया जा सकता है या फिर खत्म भी किया जा सकता है. इतना ही नहीं अक्सर बच्चों के पेट में दर्द का कारण बनने वाली गैस को भी हींग में मौजूद गुणों से दूर किया जा सकता है.
मुगली घुट्टी
अगर शिशु का पेट सही तरह से साफ नहीं होगा, तो भी पेट की समस्याएं हमेशा उसे परेशान करती रहेगी. पेट के साफ होने के चलते अक्सर शिशु के पेट में दर्द रहता है. शिशु को रोजाना मुगली घुट्टी देनी चाहिए. विशेषज्ञों का मानना है कि इससे उसका पेट रोजाना साफ होता है और शरीर में गैस की समस्या भी नहीं बनती.
पीठ की मालिश
अगर आपका बच्चे के पेट में दर्द हो रहा है, तो उसकी पीठ की मालिश करें. इसके लिए सरसों का तेल ही इस्तेमाल में लें. बच्चे को पीठ के बल लिटाएं और सरसों के तेल से उसकी मालिश करें. इतना ही नहीं, तेल को बच्चे की नाभि के चारों और लगाएं और हल्के हाथों से पेट की मालिश करें. इससे उसे बहुत राहत मिलेगी और कुछ समय बाद वह ठीक भी महसूस करेगा.
साफ-सफाई का ध्यान
ज्यादातर बच्चों को पेट में दर्द या अन्य समस्याएं साफ-सफाई न होने की वजह से परेशान करती है. माता-पिता बच्चे के पालन-पोषण में कोई कमी न छोड़ें, लेकिन अगर साफ-सफाई का ध्यान न रखा जाए, तो ये पेट ही नहीं कई तरह की दिक्कतों का कारण बन सकता है. शिशु को जिस बर्तन में खाना खिलाने जा रहे हैं, उसे अच्छे से साफ कर लें. साथ ही खिलाने से पहले अपने हाथों को भी साबुन से धोएं.
शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो पेट दर्द को कम करने में काफी मदद करते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चे को दिन में दो बार दें।
शहद के अलावा अदरक भी बच्चे के पेट दर्द को कम करने में कारगर साबित हो सकती है। अदरक पेट की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करती है जिससे दर्द में भी कमी आती है।
एक गिलास गुनगुने पानी में अदरक को घिसकर डालें और 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चे को पिलाएं।
यह भी पढ़ें : बेबी के पेट में हो रहा है गैस से दर्द, तो आजमाएं दादी मां का ये नुस्खा
दही
दही में गुड बैक्टीरिया होते हैं जो इंफेक्शन से लड़ने के लिए इम्यूनिटी में सुधार लाते हैं। हर एक घंटे में बच्चे को थोड़ी-थोड़ी दही खाने के लिए दें।
यह भी पढ़ें : बच्चे के पेट में कीड़े के ये हैं लक्षण, कुपोषण भी है वजह
अरंडी का तेल और पान का पत्ता
इसके लिए आप आधा चम्मच अरंडी का तेल लें और उसे हल्का गर्म करें। गुनगुना तेल बच्चे के पेट और नाभि पर लगाएं। तेल लगाने के बाद पेट को पान के पत्ते से ढक दें।
अरंडी का तेल पाचन तंत्र को उत्तेजित कर पेट दर्द से राहत दिलाता है। ये कब्ज को भी दूर करता है। अरंडी का तेल गैस रिलीज और पेट को साफ करता है।
जीरे का काढ़ा
एक लीटर पानी में दो चम्मच जीरा डाल दें। इसे गर्म करें और पानी को छानकर बोतल में भर लें। बच्चे को दिनभर में घूंट-घूंट कर के ये पानी पिलाएं। इससे पाचन में सुधार होता है।
जीरे के अलावा हींग और अदरक का काढ़ा भी बच्चों में पेट दर्द की समस्या को दूर कर सकता है। एक ताजी अदरक, थोड़ी-सी हींग और दो चुटकी सेंधा नमक लें। इसे एक गिलास पानी में उबालकर ठंडा होने पर बोतल में भर लें। इसके बाद थोड़ी-थोड़ी देर में बच्चे को यह काढ़ा पिलाते रहें।
हींग का पेस्ट लगाएं: शिशु के पेट में गैस का खात्मा करके दर्द मिटाने के लिए सबसे पहले बच्चे को पीठ के बल सीधा लेटाएं और थोड़ी हींग और 3-4 बूंद पानी घोल कर पेस्ट बनाएं और अपने बच्चे के पेट और नाभि के चारो ओर लगाएं.